BEMETARA. बेमेतरा के 24 सदस्य वाले नवागढ़ जनपद में जनपद अध्यक्ष के खिलाफ आज लाए गए अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया है। दरअसल, यहां 19 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए ज्ञापन सौंपा था। इस पर जब आज मतदान हुआ तो अध्यक्ष अंजलि मारकंडे के पक्ष में 9 वोट पड़े जब कि जीत के लिए 8 वोट चाहिए था। वहीं विपक्ष में 15 वोट गए। अंजलि मारकंडे ने अपनी जीत को जनता की जीत बताया है।
बता दें कि बेमेतरा के नवागढ़ जनपद पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। सभी सदस्यों ने कलेक्टर को आवेदन भी सौंपा था। आवेदन देने के बाद तीसरे दिन हस्ताक्षर का मिलान किया गया। नवागढ़ जनपद पंचायत अध्यक्ष अंजली मारकंडे के खिलाफ उनके जनपद सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। जनपद सदस्यों ने आरोप लगाया कि जनपद अध्यक्ष के द्वारा निर्माण कार्य सहित जनपद पंचायत की बैठकों में उनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया जाता।
इसके अलावा वित्त की राशि को लेकर भी सदस्यों ने नाराजगी व्यक्त की है। इतना ही नहीं उनका आरोप यह भी था कि जनपद अध्यक्ष के पति का सीधा हस्तक्षेप जनपद पंचायत में रहता है। इसके चलते उन्हें कार्य करने में परेशानी होती थी और उनके क्षेत्र की जनता भी उनसे नाराज हैं क्योंकि उन्हें समय पर राशि नहीं मिल पाती और कार्य भी समय पर नहीं हो पाता।
इसी बात से नाराज होकर 24 सदस्यों वाले जनपद पंचायत के 19 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर कलेक्टर को पत्र सौंपा था। वहीं कलेक्टर ने कहा है कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पत्र प्राप्त हुआ है और सदस्यों ने उनके समक्ष आ कर आवेदन दिए हैं इसलिए अब विधि सम्मत कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद आज मतदान हुआ जिसमे अंजली मारकंडे अपनी अध्यक्ष की कुर्सी बचाने में कामयाब रही और अपनी जीत को कांग्रेस पार्टी की और जनता की जीत बताया।
इस मामले में सदस्यों ने बताया कि बीते 10 दिन पहले सभी जनपद सदस्यों ने लामबंद होकर कलेक्ट्रेट में सभी ने आवक जावक पर अपना आवेदन दिया था, जिसके बाद पूरे 19 सदस्यों ने कलेक्टर के समक्ष विधिवत आवेदन दिए। इसके बाद आज अध्यक्ष अंजली मारकंडे के लिए अविश्वास मतदान हुआ। इस मतदान से पहले कांग्रेस के लोग दो गुट में नजर आने लगे थे लेकिन अंतत: अंजली मारकंडे अपनी सीट बचा ले गईं।