KANKER. कांकेर जिले में अफसरशाही का नया नमूना देखने का मिला है। पखांजुर में पदस्थ एक फूड इंस्पेक्टर ने मोबाइल के लिए करीब 21 लाख लीटर पानी बहा दिया गया। इस मामले में अफसर और एसडीओ पर बड़ी कार्रवाई की गई है। कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास को सस्पेंड कर दिया है, जबकि जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी को नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही इस मामले में 24 घंटे के भीतर अनुविभागीय अधिकारी से जवाब मांगा है।
कलेक्टर ने अपने नोटिस में कहा है कि मीडिया में जो बयान आरसी धीवर ने दिया है, उसके मुताबिक खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास को मोबाइल ढूंढने के लिए परलकोट जलाशय से लाखों लीटर पानी खाली कराने की मौखिक अनुमति दी गई थी।
दरअसल, पखांजूर में ही खाद्य निरीक्षक पद में पदस्थ राजेश विश्वास अपने दोस्तों के साथ परलकोट जलाश्य में रविवार को पार्टी मनाने गए थे। इसी दौरान सेल्फी लेते समय परलकोट जलाश्य के स्कैलवाय के पास उनका करीब डेढ़ लाख रुपए का मोबाइल फोन सैमसंग एस24 अल्ट्रा पानी में गिर गया। इसके वे परेशान हो गए और सोमवार की सुबह ही परलकोट जलाश्य पहुंच गए। इस दौरान वे आस-पास के उचित मूल्य के दुकानदारों को भी लगा दिया और गांव में रहने वाले गोताखोरों को बुला पहले पानी में फोन खोजने का अभियान शुरू हुआ।
बताया गया कि कई घंटों की कोशिश के बाद जब बात नहीं बनी और काफी अधिक पानी होने के कारण आ रही परेशानी को देखते हुए उस स्थान से पानी निकालने का निर्णय लिया गया। जिस स्थान पर फोन गिरा था उस स्थान से परलकोट जलाश्य का अतरिक्त पानी निकालने के लिए स्कैल वाय बनाया गया है, जहां पर 10 फिट से अधिक पानी रहता है। सोमवार की शाम से ही 10 एचपी के मोटर पंप चालू किए गए, जिसके बाद जलाश्य के स्कैल वाय के नीचे भरा पानी निकालने का काम शुरू हुआ जो गुरुवार तक चला। इस दौरान करीब छह फीट पानी कम किया गया। इसके बाद गोताखोरों की मदद से मंहगे फोन को खोज निकाला गया, लेकिन वह चल नहीं रहा है।
एसडीओ के इस बयान पर कलेक्टर ने मांगा जवाब
इसकी शिकायत के बाद जल संसाधन विभाग के एसडीओ मौके में पहुंचे और पीनी निकालने का काम बंद कराय था। सिंचाई विभाग के एसडीओ आरएल धीवर ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी दी गई थी, पर उनके द्वारा कुछ फीट ही पानी कम करने को कहा गया था। खाद्य निरीक्षक ने ज्यादा ही पानी निकाल दिया। इसकी जानकारी लगते ही वे मौके में पहुंचे और पानी निकलवाना बंद करा दिया है। इसके बारे में अभी और जानकारी ली जा रही है। दरअसल, बिना उ्च्चाधिकारियों की अनुमति के ही डैम से पानी खाली कराने को कदाचार मानते हुए कलेक्टर ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।