BHILAI. छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर के नेहरू नगर और पास की एक और कॉलोनी में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दस्तक दी है। आज सुबह ही ईडी की टीम ने शहर के दो बड़े शराब कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है। सूत्रों के मुताबिक इनका पता अनवर ढेबर से पूछताछ के बाद चला है। बता दें कि प्रदेश में शराब घोटाले की शिकायत सामने आ रही थी। जिसके बाद ED सक्रीय हो गई। लगातार पतासाजी के बाद इस मामले में रायपुर महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर के खिलाफ सबूत मिले फिर उसकी गिरफ्तारी की गई। वहीं जानकारी के अनुसार अनवर के बनाए शराब सिंडिकेट ने आबकारी व विपणन संघ के बड़े अफसरों के साथ मिलकर 2000 करोड़ रुपये का कथित घोटाला किया है। वहीं अब पूछताछ के आधार पर सीधा कनेक्शन मिलने के बाद ही ये छापेमारी की गई है।
सूत्रों के मुताबिक मंगलवार की सुबह जब ईडी के अफसर स्मृति नगर शराब कारोबारी के घर पहुंची, तो वहां उनको कुछ नहीं मिला। बताया जा रहा है कि कारोबारी ने पहले से ही घर खाली कर दिया था और वह अब मकान को बेचने के फिराक में है।
ये है पूरा मामला
छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले की जांच कर रहे ईडी ने अवर ढेबर को गिरफ्तार कर 04 दिनों की रिमांड पर रखा है। वहीं ईडी ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अनवर ने राजनीतिक पहुंच का लाभ उठाकर बड़ा आपराधिक सिंडिकेट बना रखा था, और उसके जरिए कई बड़े आबकारी अफसरों और विपणन संघ से साठगांठ कर सरकारी शराब की बिक्री के समानांतर उन्हीं दुकानों में अवैध शराब की बिक्री, सप्लायरों व डिस्टीलरी, बॉटल कंपनियों आदि से कमीशन आदि के जरिए 03 सालों में 2000 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई है।