BALRAMPUR. बलरामपुर जिले में लेवी नहीं मिलने से गुस्साए नक्सलियों ने पुल निर्माण कार्य में लगे कंस्ट्रक्शन कंपनी के वाहनों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया। इसके साथ ही मजदूरों की पिटाई भी कर दी थी। इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट में आ गया है। दरअसल, बलरामपुर समेत कई जगह तेंदूपत्ता की खरीदी काफी जोर-शोर से चल रही है। ऐसे में इस तेंदूपत्ता तुड़ाई के दौरान नक्सली लेवी वसूलते हैं। इसे रोकने के लिए अब सरकार अलर्ट हो गई है। असामाजिक तत्व या फिर नक्सलियों को लेवी ना दी जाए, इसके लिए सरहदी इलाकों में फोर्स की तैनाती को बढ़ा दी गई है। बता दें कि पुलिस अधीक्षक ने बीते दिनों तेंदूपत्ता से संबंधित सभी अधिकारी कर्मचारियों एवं मुंशी की बैठक लेकर पुलिस के नंबर सार्वजनिक किए थे।
दरअसल, बलरामपुर जिले के सबाग, बंदर चुआं,चरहु और भुताही नक्सल प्रभावित इलाके हैं। इन इलाकों में पहले भी तेंदूपत्ता खरीदी के दौरान नक्सलियों द्वारा लेवी वसूलने की खबरें आती रही हैं और कई मामलों में पुलिस ने कार्रवाई भी की है। इस साल भी तेंदूपत्ता खरीदी के दौरान ऐसे मामलों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने पहले ही पुलिस को तैयार रहने को कहा है। बलरामपुर एसपी मोहित गर्ग ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ तेंदूपत्ता ठेकेदार खरीदी प्रभारी, फड़ मुंशी की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। इस दौरान उन्हें निर्देशित किया गया है कि अगर कोई असामाजिक तत्व या फिर नक्सली से जुड़ा व्यक्ति लेवी की मांग करता है तो उसे पैसे न दें और इसकी शिकायत तत्काल नजदीकी थाने में जरूर करें।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने अपने नंबर भी सार्वजनिक किए हैं और कहा कि किसी से भी डरने की जरूरत नहीं है। तेंदूपत्ता खरीदी को देखते हुए पुलिस की टीम ने इन इलाकों में फोर्स की तैनाती भी बढ़ा दी है ताकि नक्सलियों के मंसूबों को नाकामयाब किया जा सके। वहीं, दूसरी ओर कांकेर जिले के पखांजुर थाने के जानकीनगर में नक्सलियों ने तेंदूपत्ता फड़ में आग लगा दी है। इस वारदात से 110 बोरा तेंदूपत्ता जलकर खाक हो गया है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है।