RAIPUR. छत्तीसगढ़ में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने मोर्चा खोल दिया है। इस चुनाव में बीजेपी-कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला होने वाला है, लेकिन अन्य क्षेत्रीय दल भी चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं। इस बीच ईसाई समाज भी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है। प्रदेश में पहली बार ईसाई समाज भी बस्तर और सरगुजा संभाग के अपने प्रभाव वाले विधानसभा सीटों में अपने उम्मीदवार उतारने जा रही हैं। इस पर रायपुर में आज छत्तीसगढ़ क्रिस्चन फोरम के अध्यक्ष अरुण पन्नालाल ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में हमारे समाज के उम्मीदवार उतरेंगे। उन्होंने कहा इस बार भाजपा और कांग्रेस को ईसाई समाज का वोट नहीं जाएगा।
अरुण पन्नालाल ने कहा कि दोनों पार्टियां हमें फुटबॉल बनाकर लात मारती हैं, जिसे देख जनता मजे करती है। उन्होंने कहा इसके लिए हमारी तैयारी चल रही है कि कैसे ईसाई समाज संगठित होकर वोट डालें। इसलिए हम तीसरे विकल्प के इंतजार में भी है। अरुण पन्नालाल ने कहा कि ईसाई समाज का 100% वोट कांग्रेस को जाता था। लेकिन छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग में किसी भी ईसाई को प्रतिनिधि नहीं मिला है और छत्तीसगढ़ में हमारे लोगों पर हमले हो रहे हैं न्याय नहीं मिल रहा है। इसके कारण हम चुनाव लड़ने और संगठित होने की दिशा में काम कर रहे हैं।
ये बीजेपी का बी टीम होगा: भगत
वहीं इस मामले पर मंत्री अमरजीत भगत का कहना है कि ईसाई समुदाय को भाजपा के लोग टारगेट करके मारने का काम कर रहे हैं। ईसाई समुदाय के चुनाव लड़ने के बयान पर मंत्री भगत ने कहा कि इस तरह का कदम ईसाई नहीं ले सकते, ये भाजपा के बी टीम का काम है। वहीं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा चुनाव कोई भी लड़ सकता है। प्रजातंत्र में सबको अधिकार है। चुनाव लड़ेंगे तो स्वागत है।