RAIPUR. चुनावी साल में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस सरकार की कमियां उजाकर करने में जुटी है। इसी क्रम में पूरे प्रदेशभर में बीजेपी जाबो गोठान खोलबो पोल अभियान चला रही है। इस दौरान जगह-जगह गोठान जाकर वहां की कमियां सरकार को बता रही है। इस बीच, अब बीजेपी के इस अभियान से नाराज सरपंच सड़क पर उतर गए हैं। इसके साथ ही नारेबाजी के साथ विरोध करना शुरू कर दिया है। रायपुर में सरपंच संघ ने इस विरोध-प्रदर्शन करते हुए चेतावनी दी है कि आगामी चुनाव में बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना होगा।
दरअसल, पूरे प्रदेश में कुछ दिनों पहले से ही बीजेपी ने जाबो गोठान खोलबो पोल अभियान चलाया है। इस अभियान को लेकर सरपंचों में नाराजगी है। सरपंच संघ इसके विरोध पर सड़क पर उतर प्रदर्शन कर रहा है। इसके साथ साथ ही सरपंच संघ भाजपा को आगामी चुनाव में इसका परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। सरपंच संघ का कहना है कि अगर बीजेपी कांग्रेस सरकार की पोल खोलना चाहती है तो उनके खिलाफ धरना और प्रदर्शन करे, लेकिन बीजेपी ग्राम पंचायतों में जाकर सरपंचों की परेशानी बढ़ा रही है। गोठान के रखरखाव और उसकी पूरी जवाबदारी का जिम्मा ग्राम पंचायतों का होता है। इसके लिए ग्राम पंचायत को नोडल एजेंसी बनाया गया। ऐसे में बीजेपी का ये अभियान उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है। इतनी बड़ी पार्टी होने के बाद इतनी छोटी हरकत करना बीजेपी को शोभा नहीं देता।
विरोध-प्रदर्शन के दौरान छत्तीसगढ़ सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष प्रेम साहू ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश पर ग्राम पंचायत अपना काम कर रही है, जिसमें वर्मी कंपोस्ट टैंक बनाना इसके साथ ही गोबर खरीद रही है। बीजेपी सरपंचों का अपमान कर रही है. 2023 के चुनाव में बीजेपी को इसके नतीजे भुगतने पड़ेंगे। बता दें कि इस साल में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस को घेरने के लिए कोई भी मुद्दा नहीं छोड़ रही है। हालांकि ऐसे विरोध-प्रदेश आने वाले चुनाव में बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकते हैं।