LAHORE. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में दो अलग-अलग घटनाओं में दो महिलाओं सहित तीन लोगों पर ईशनिंदा के आरोप में मामला दर्ज किया गया. अधिकारियों ने बताया कि पहली घटना प्रांतीय राजधानी लाहौर से करीब 150 किलोमीटर दूर फैसलाबाद कस्बे में हुई, जिसमें एक महिला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो में खुद के ‘सनाउल्लाह’ (पैगंबर) होने का दावा किया था. एक अन्य वीडियो में उसकी बहन हिना ने कहा कि वह ‘सनाउल्लाह’ के दावे की गवाह है, जो सच है. हिना ने वीडियो में कहा, हम अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अपनी बहन के इस दावे से पीछे नहीं हटेंगे कि वह पैगंबर है.
सोशल मीडिया पर वीडियो के तेजी से फैलने के बाद, कट्टरपंथी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) समूह के सदस्य फैसलाबाद में हिना के घर के बाहर जमा हो गए, हालांकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया. पुलिस ने हिना को गिरफ्तार कर लिया और उसे एक अज्ञात स्थान पर ले गई. बताया जाता है कि उसकी बहन लाहौर में है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अली नासिर रिजवी ने कहा कि दोनों महिलाओं के खिलाफ ईशनिंदा कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि मुख्य संदिग्ध को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस के एक दल को लाहौर भेजा गया है.
एक अन्य घटना में, लाहौर से करीब 170 किलोमीटर दूर गुजरात में पुलिस ने जमील नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक संदिग्ध व्यक्ति गुजरात के पूरन गांव में एक मस्जिद में घुस गया और खुद के पैगंबर होने का दावा किया. उन्होंने बताया कि वहां मौजूद लोगों ने उसकी पिटाई की, जिसमें वह घायल हो गया. पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लिया. उन्होंने कहा, संदिग्ध व्यक्ति को एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है.
पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है. खैबर पख्तूनख्वा के कोहिस्तान इलाके के बरसीन में एक बड़ी भीड़ चीनी नागरिक की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन कर रही थी. प्रदर्शनकारी चीनी कर्मचारी कैंप के बाहर जमा हुए और पत्थरबाजी की. चीन के नागरिक से जुड़ा मामले होने पर पाकिस्तान के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. सुरक्षाबलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में फायरिंग भी की.