AKOLA. महाराष्ट्र के अकोला जिले में तेज हवा और बारिश के कारण एक मंदिर परिसर में टिन के शेड पर पेड़ गिरने से, उसके नीचे खड़े सात लोगों की मौत हो गई और 37 अन्य घायल हो गए. घटना रविवार को शाम करीब साढ़े सात बजे बालापुर तालुका के अंतर्गत पारस गांव में स्थित बाबूजी महाराज मंदिर में हुई, जब लोग वहां महा आरती के लिए एकत्रित हुए थे. राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना को लेकर दुख जताया और इसे बेहद गंभीर एवं दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. फडणवीस ने कहा कि सात लोगों की मौत हुई है और 37 अन्य घायल हुए हैं. उप मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने घटना के संबंध में जांच के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार मृतकों के परिवारों को अनुग्रह राशि प्रदान करेगी. जिले के अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी और घायलों को सरकार के नियमों के अनुसार आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी. जिला प्रशासन ने बताया कि तेज हवा और बारिश के कारण करीब 100 साल पुराना पेड़ टिन के शेड पर गिर गया. घटना के वक्त शेड के नीचे लगभग 40 लोग मौजूद थे. प्रशासन ने बताया कि पांच पुरूषों और दो महिलाओं की मौत हो गई तथा 37 अन्य घायल हो गए. एक अधिकारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया.
जिला प्रशासन ने बताया कि घायलों को अकोला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हादसे में मारी गई दो महिलाओं की उम्र 50 साल और 55 साल थी जो जलगांव और बुलढाणा से थीं. मारे गए पांच पुरूषों में से दो की उम्र 55 और 35 वर्ष थी जो अकोला के ही निवासी थे. अन्य की अब तक पहचान नहीं हो पाई है. उप मुख्यमंत्री फडणवीस ने एक ट्वीट में घटना को लेकर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सरकार की ओर से और मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का फैसला किया है.
फडणवीस ने नागपुर में पत्रकारों से कहा कि घटना बेहद गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण है और उन्होंने इस संबंध में जांच के लिए निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार घायलों के इलाज का खर्च वहन करेगी. इसके अलावा मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता राशि दी जाएगी. सरकार ने राज्य के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश से हुई क्षति के लिए घटनास्थल पर जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि हमें नुकसान का प्राथमिक आकलन मिल गया है और अंतिम आकलन की प्रक्रिया जारी है.