TOKYO. जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा शनिवार को वाकायामा शहर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान फेंके गए बम से बाल-बाल बच गए. मामले में सदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि घटना के बाद किशिदा ने तुरंत कवर लिया और सैकाजाकी बंदरगाह पर घटनास्थल से चले गए. उन्होंने बताया कि उन्हें कोई चोट या नुकसान नहीं पहुंचा है.
राष्ट्रीय प्रसारक एनएचके ने एक रिपोर्ट में पुलिस सूत्रों का हवाला देते हुए पुष्टि कर बताया कि संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है. एनएचके फुटेज में लोगों की भीड़ को भागते हुए दिखाया गया है. बम धमाके के बाद उस क्षेत्र में धुंआ भर गया था, जहां जोरदार धमाका सुना गया. पुलिस अधिकारी संदिग्ध को जमीन पर दबोच रहे थे. क्योदो न्यूज ने कहा कि धुएं के साथ आग की लपट जैसी दिखने वाली वस्तु को शनिवार सुबह करीब 11.30 बजे किशिदा पर (स्थानीय समयानुसार) फेंका गया, जब वह प्रतिनिधि सभा के उपचुनाव के समर्थन में भाषण देने की तैयारी कर रहे थे.
इस हमले के बाद फुमियो की पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के नेताओं की ओर से प्रतिक्रिया आने लगी है. एलडीपी की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष मोरियमा ने एनएचके से कहा, मैं यह खबर सुनकर हैरान रह गया. यह अत्यंत खेदजनक है कि चुनावी कैंपेन के दौरान ऐसा कुछ हुआ. चुनाव तो लोकतंत्र की नींव है. समाचार आउटलेट ने कहा कि किशिदा वर्तमान में वाकायामा प्रांत मुख्य पुलिस मुख्यालय में हैं. उन्होंने अपना भाषण रद्द कर दिया है.
यह घटना तब हुई जब जापान अगले महीने हिरोशिमा में ब्लॉक के नेताओं के शिखर सम्मेलन से पहले साप्पोरो और नागानो के करुइजावा शहर में जी 7 मंत्रिस्तरीय बैठकों की मेजबानी कर रहा है. गौरतलब है पिछले साल जुलाई में जापान के पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे भी भाषण दे रहे थे, तभी उन्हें सीने में दो गोली मारी गई थी. गोली लगने के बाद शिंजो आबे का नारा मेडिकल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में इलाज चला, लेकिन 6 घंटे बाद उनकी मौत हो गई थी.