BHUVANESHAR. प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर मन की बात के 100 एपिसोड का जश्न मनाने के लिए 100 रेडियो के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रेत पर एक आकृति बनाई है. पटनायक ने लगभग सात टन रेत का उपयोग करके 8 फुट ऊंची रेत कला बनाई है. उन्होंने 100 रेत रेडियो से प्रधानमंत्री की एक रेत की मूर्ति भी बनाई है. मूर्तिकला को पूरा करने के लिए उनके सैंड आर्ट स्कूल के छात्र उनके साथ शामिल हुए. इस बीच आईआईएमसी के एक सर्वेक्षण के अनुसार 76 फीसदी भारतीय मीडियाकर्मियों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ ने भारत का भारत से परिचय कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
पटनायक ने कहा, इससे पहले मैंने विभिन्न अवसरों पर मन की बात में कुछ रेत की मूर्तियां बनाईं. इसके अलावा, रेडियो पर रेत की मूर्तियां भी विश्व रेडियो दिवस जैसे अवसरों पर बनाई गईं. 3 अक्टूबर 2014 को पहली बार प्रसारित मोदी का प्रमुख रेडियो संबोधन 30 अप्रैल को 100 एपिसोड पूरे करेगा. अब तक पद्म विजेता कलाकार ने दुनिया भर में 60 से अधिक अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्ट प्रतियोगिताओं और उत्सवों में भाग लिया है और कई पुरस्कार जीते हैं. वह हमेशा अपनी सैंड आर्ट के जरिए विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता पैदा करने की कोशिश करते हैं. उनकी सैंड कलाओं की संयुक्त राष्ट्र, डब्ल्यूएचओ और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण द्वारा सराहना की जाती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 100वें एपिसोड से पहले भारतीय जनसंचार संस्थान ने इस पर मीडियाकर्मियों के बीच एक सर्वेक्षण कराया है, जिसमें 75 फीसदी मीडियाकर्मियों ने माना कि इस कार्यक्रम ने भारत का भारतीयों से परिचय कराया है. 75 प्रतिशत लोगों ने यह भी माना है कि ‘मन की बात’ एक ऐसे मंच के रूप में उभरा है, जहां लोगों का ऐसे व्यक्तियों से परिचय कराया जाता है, जो जनसाधारण के जीवन में सार्थक बदलाव लाने के लिए बिना किसी स्वार्थ के काम कर रहे हैं.
सर्वेक्षण में लोगों से ये भी पूछा गया कि वह प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तुत ‘मन की बात’ के किन मुद्दों से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. इस पर 40 लोगों ने कहा कि शिक्षा सबसे प्रभावशाली मुद्दा रहा जिसने ज्यादातर लोगों को सोचने पर मजबूर किया. इतना ही नहीं 26 फीसदी लोगों के अनुसार ‘जमीनी स्तर पर काम करने वाले गुमनाम समाज-शिल्पियों’ से संबंधित जानकारी उनके लिए काफी रोचक रही. मन की बात कार्यक्रम सुनने के लिए सबसे कम लोग रेडियो का इस्तेमाल करते हैं. 12 प्रतिशत लोग रेडियो, 15 प्रतिशत लोग टेलीविजन पर और सबसे ज्यादा 37 प्रतिशत लोग ‘इंटरनेट बेस्ड प्लेटफॉर्म’ पर इस कार्यक्रम को सुनना पसंद करते हैं.