BIJAPUR. भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व राज्य सरकार के विरोध में आक्रोशित नजर आ रही हैं। इसी विरोध को लेकर आज बीजापुर के पूर्व विधायक महेश गागड़ा अपने समर्थकों के साथ बीच सड़क पर उतर आए। उन्होंने डीएफओ कार्यालय का घेराव किया इसके बाद तकरीबन 2 बजे के आसपास वे बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए। मंत्री एवं कार्यकर्ताओं के बीच सड़क पर बैठ जाने से नेशनल हाईवे पर जाम लग गया जिससे आवागमन कर रहे लोगों को परेशानी होने लगी। धरने पर बैठे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
खबरों के मुताबिक, बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ दर्जनों तेंदूपत्ता संग्राहकों ने इससे पहले भी जिला वन कार्यालय का घेराव किया था। इसके बाद अब भाजपाई तेंदूपत्ता संग्रहण व परिवन कर्ताओं के भुगतान मामले को लेकर उग्र धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही नेशनल हाईवे राजमार्ग बाधित कर दिया गया। यह धरना प्रदर्शन करीब 2 घंटे तक चला। पुलिस की टीम ने प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाने भी कोशिश की। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को प्रशासन ने आश्वासन देते हुए कहा कि वे ठेकेदार पर नियमानुसार उचित कार्रवाई करेंगे। आश्वासन मिलते ही भाजपाई नेशनल हाईवे से हट गए और रास्ता खुल गया। प्रदर्शन समाप्त करते समय बीजेपी नेताओं ने चेतावनी दी हैं कि यदि 10 दिनों के भीतर भुगतान नहीं हुआ तो प्रदर्शन और भी उग्र होगा।
जाने क्या हैं मामला
दरअसल, पिछले सीजन में राजनांदगांव के एक ठेकेदार ने 8 गांवों के तेंदूपत्ता संग्राहकों और कई परिवहनकर्ताओं को भुगतान नहीं किया है। करीब सवा करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना हैं। इस मामले को लेकर कई शिकायतों के बाद भी ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही संग्राहकों को भुगतान कराया गया। इस मामले को लेकर पूर्व मंत्री व बीजेपी कार्यकर्ता और तेंदूपत्ता संग्राहकों ने नेशनल हाईवे पर धरना प्रदर्शन किया।