BALRAMPUR. बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर इलाके में भालू और तेंदुआ को लेकर फैले दहशत के बीच अब बाघ की दहाड़ गूंज रही है. यही नहीं, वाड्रफनगर से लगे कैलाशपुर जंगल में उसने एक जंगली सूअर का शिकार कर मानों अपनी मौजूदगी का भी ऐलान कर दिया है. वहीं वन विभाग के साथ ही पुलिस की टीम ग्रामीणों को सतर्क करने में जुटी है.
बता दें कि पिछले दिनों सूरजपुर जिले के बिहारपुर क्षेत्र में बाघ पहुंचने की खबर आई थी. वहां वन विभाग का अमला सक्रिय हुआ और संभागीय अफसरों ने भी अमले को लगाकर क्षेत्र के लोगों को न सिर्फ सतर्क किया, बल्कि उससे बचाव व सतत निगरानी की मुहिम में जुटे रहे. अब उनकी भी चिंता बढ़ गई है, क्योंकि सूरजपुर के बाद बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर इलाके में बाघ को विचरण करते हुए ग्रामीणों ने देख लिया है.
बताया गया है कि वाड्रफनगर के ग्राम मोरन और खरहरा नाले के बीच कैलाशपुर जंगल में बाघ ने एक जंगली सूअर का शिकार भी किया है. इससे ग्रामीणों के बीच दहशत और भी बढ़ गई है. जबकि सुबह जंगल की ओर गए ग्रामीणों ने बाघ को देखा था. इसके बाद पूरे क्षेत्र में यह खबर फैल गई. ग्रामीणों के मुताबिक एक सप्ताह पूर्व इसी बाघ ने ग्राम पेंडारी इकनारा पारा में एक बैल का शिकार किया था. बलरामपुर, सूरजपुर जिले में हाथी, तेंदूआ व भालू के आतंक के बाद अब बाघ देखे जाने से पूरे क्षेत्र में लोगों में भय का वातावरण बन गया है.
अंबिकापुर-बनारस मार्ग में खतरा
बता दें कि इसी जंगली इलाके के बीच से अंबिकापुर-बनारस मार्ग गुजरा हुआ है. इस रास्ते से गुजरने वाले लोगों पर भी बाघ से सामना हो जाने की आशंका बनी हुई है. इस खतरे को देखते हुए लोगों को सुरक्षित तरीके से निकाला जा रहा है. इसके अलावा उन्हें समझाइश भी दी जा रही है कि बाघ से सामना हो जाए तो उन्हें क्या करना है और क्या नहीं.
इनसे तो खुदा भी हारा
इस तरह के दहशत भरे माहौल में कुछ गांव वाले ऐसे भी हैं जिनमें बाघ को देखने के लिए कौतुहल है. ऐसे में वे उसे देखने के लिए जंगल में निकल चुके थे. तभी वन विभाग के अफसरों को इसकी जानकारी हो गई. उन्होंने तत्काल अमले को मौके पर भेजा जिन्होंने लोगों को समझाइश देकर रोका और दोबारा जंगल में नहीं जाने की नसीहत दी.