AYODHYA. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा कि अयोध्या राम मंदिर का लगभग 70 फीसद निर्माण कार्य पूरा हो गया है. जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह तक रामलला को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित कर दिया जाएगा. श्री मणिराम दास चवानी (अयोध्या) के ट्रस्ट सदस्य महंत कमल नयन दास ने कहा कि 14-15 जनवरी, 2024 को मकर संक्रांति के अवसर पर मंदिर के द्वार भक्तों के लिए श्रीराम की पूजा-अर्चना के लिए खोल दिए जाएंगे. राम मंदिर के निर्माण के साथ-साथ अयोध्या का भी कायाकल्प किया जा रहा है.
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) अयोध्या के क्षेत्रीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि भक्त राम मंदिर के खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. बुधवार को ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने कहा कि राम मंदिर जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह तक श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के लिए अयोध्या में समारोह दिसंबर 2023 में शुरू होगा. अगस्त 2020 में राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद पहली बार मंदिर ट्रस्ट और राज्य सरकार शहर में भव्य रामनवमी समारोह की योजना बना रहे हैं.
माना जा रहा है कि अगले साल जनवरी के तीसरे सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में निर्माणाधीन मंदिर में भगवान राम लला की मूर्ति उनके मूल स्थान यानी गर्भ-गृह में स्थापित करेंगे. राम मंदिर के निर्माण के साथ-साथ अयोध्या का भी कायाकल्प किया जा रहा है. बुनियादी जरूरतों को सुविधाजनक बनाने के प्रयासों में सड़कें चौड़ी की जा रही हैं. इसके लिए जमीन के अधिग्रहण के बाद दुकानों और इमारतों को ढ़हाकर उन्हें छोटा किया जा रहा है.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2019 के अंत में अपने एक फैसले में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था, जिसके बाद दशकों पुराना राम मंदिर आंदोलन खत्म हो गया. 1996 से भारतीय जनता पार्टी के चुनावी घोषणापत्र में मंदिर का निर्माण लगातार रहा है.