RAIPUR. प्रदेश के कई जिलों में बीते दो दिनों में हुए बज्रपात की घटनाओं में कई लोगों की मौतें हुई हैं। इसके साथ ही पशुधन और फसलों का भी भारी संख्या में नुकसान हुआ हैं। आकाशीय बिजली का कहर ज्यादातर बस्तर और सरगुजा संभाग में दिखा है। कोण्डागांव में दो नाबालिग बहनों की मौत हुई है। वहीं भानुप्रतापुर में आकाशीय बिजली के चपेट में आने से 13 मवेशियों की मौत हो गई है। साथ ही बलराम में भी एक महिला की हालत नाजुक बनी हुई है।
भानुप्रतापपुर विकासखंड के ग्राम कठोली में शनिवार को आकाशीय बिजली गिरने से 13 मवेशियों की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। बताया जा रहा कि सभी मवेशी एक साथ चरने के लिए कोठार में रखा गया था। इसी दौरान गरज चमक के साथ मवेशियों के ऊपर गाज गिर गई, जिससे मौके पर ही 13 मवेशियों की मौत हो गई।
बलरामपुर जिले के रामानुजगंज क्षेत्र में आज आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक महिला गम्भीर रूप से घायल हो गई है। महिला को परिजनों ने इलाज के लिए सीएचसी रामानुजगंज में भर्ती कराया है। महिला का नाम पितरसो बाई है और वह शाम के समय में खेत में काम कर रही थी, तभी मौसम में अचानक बदलाव हुआ और तेज आंधी के साथ बिजली चमकी और महिला उसकी चपेट में आ गई है। महिला के साथ कुछ दूर में काम कर रहे अन्य लोगों को भी मामूली झटका लगा है।
इधर बीती शाम कोंडागांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत चिलपुटी में बड़ा ही दर्दनाक हादसा हो गया है। चिलपुटी की दो नाबालिग बच्चियां चिलपुटी में आकाशीय बिजली गिरने की घटना में मोनिका नाग पिता देवीसिंह नाग उम्र 10 वर्ष और राधा मरकाम पिता सोमनाथ मरकाम उम्र 10 वर्ष की मौत हो गई हैं। वे दोनों अपने गांव में इमली बिनने गई हुई थी। इसी दौरान अचानक तेज बारिश तथा बिजली चमकने के चलते वह दोनो आकाशीय बिजली की चपेट में गए। इस घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों द्वारा 108 की सहायता से दोनों बच्चियों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डाक्टरों द्वारा बच्चियों की मौत होने की पुष्टि की गई।