RAIPUR. विधानसभा में बजट सत्र के तीसरे दिन कई मुद्दों पर हंगामा हुआ। छत्तीसगढ़ ओलंपिक, खेलो इंडिया, प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं, लाइवलीहुड कॉलेज, टेक्निकल एजुकेशन और रोजगार के मुद्दे पर सवाल पूछे गए, जिसका सत्ता पक्ष ने जवाब भी दिया। इस बीच, आज विधानसभा में मंत्री अमरजीत भगत ने आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया। इसमें छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति आय अब एक लाख 33 हजार दर्शाया गया है। वहीं जीडीपी 8 फीसदी बताई गई है, जो देश की जीडीपी से एक फीसदी ज्यादा है।
इस आर्थिक सर्वेक्षण में पिछले वर्ष की तुलना में सकल घरेलू उत्पाद में बाजार मूल्य पर 2021-22 की तुलना में 12.60 फीसदी वृद्धि का अनुमान जताया है। वहीं छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2022-23 में एक लाख 33 हजार 898 रुपए होने का अनुमान जताया गया है. जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 10.93 फीसदी अधिक है। छत्तीसगढ़ में शराब बिक्री से राजस्व की प्राप्ति में इजाफा हुआ है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के आंकड़ों के अनुसार एक अप्रैल 2022 से 6 फरवरी 2023 तक छत्तीसगढ़ में 5525.99 रुपए की आय शराब से हुई है।
छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति आय बढ़ी रू राज्य की प्रति व्यक्ति आय अब एक लाख 33 हजार सालाना हो चुकी है। वहीं जीडीपी 8 फीसदी है, जो देश की जीडीपी से 1 फीसदी ज्यादा है। कृषि क्षेत्र में 5.93 फीसदी वृद्धि, उद्योग क्षेत्र में 7.83 फीसदी वृद्धि, सेवा क्षेत्र में 9.29 फीसदी वृद्धि, प्रति व्यक्ति आय एक लाख 33000 है। पिछले साल की तुलना में 10.93 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।
विधानसभा में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में राजस्व प्राप्ति में पिछले वर्ष की तुलना में 6.06 फ़ीसदी वृद्धि अनुमानित है। वही वर्ष 2022-23 में राजस्व प्राप्ति 89073.25 करोड़ और राजस्व व्यय 88371.61 करोड़ अनुमानित है। राजस्व घाटा 701.64 करोड़ अनुमानित है। छत्तीसगढ़ में शिशु मृत्यु दर वर्ष 2001 में प्रति एक हज़ार जीवित जन्म पर 77 थी, जो वर्ष 2022 की स्थिति में घटकर 38 हो गई है। सतत विकास लक्ष्य में वर्ष 2030 तक शिशु मृत्यु दर का लक्ष्य 15 रखा गया है। छत्तीसगढ़ में मातृ मृत्यु दर 2001-2003 के दौरान एक लाख प्रति जीवित जन्मों पर 379 थी, जो घटकर 137 हो गई है।