RAIPUR. प्रदेश में स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में ‘निकलर एप्प’ द्वारा पढ़ाई कराने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग को एमबिलियंथ पुरस्कार से नवाजा गया है। यह अवार्ड छत्तीसगढ़ को 06 मार्च को नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में दिया गया है।
वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 14 नवंबर 2022 को लांच किए गए सुघ्घर पढ़वैया कार्यक्रम में भी स्कूलों का आंकलन निकलर एप्प के माध्यम से बहुत कम समय में किया जा सकेगा। इसके लिए शिक्षकों को तैयार किया जा रहा है। गौरतलब है कि साउथ एशिया में एमबिलियंथ अवार्ड मोबाइल के माध्यम से आम जनता तक तकनीकी का उपयोग कर जीवन को सरल बनाने की दिशा देने के लिए दी जाती है। इसकी शुरुआत 2010 से की गई थी, वहीं यह सम्मान देने की 12 वीं श्रृंखला है।
आंकलन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया
कक्षा में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में बच्चे सीख रहे हैं या नहीं, यह देखने के लिए आंकलन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, लेकिन कक्षाओं में अब बच्चों के कार्यों का आंकलन करना बहुत समय लेने वाली प्रक्रिया है। कई बार इसके चलते शिक्षक को अपने कक्षा में एक-एक बच्चे को बुला कर उनके कार्यों को ध्यान से देखना पड़ता है। तो कभी बच्चों की कापी एकत्र कर स्कूल में या फिर घर में समय निकालकर कॉपी जांचनी पड़ती है। इन सब के चलते छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग और एनआईसी ने शिक्षकों के आंकलन संबंधी कार्य को आसान करने के लिए लंबी रिसर्च करते हुए निकलर एप्प का निर्माण किया है।
ऐसे करें ऐप का इस्तेमाल
ऐप के उपयोग के लिए सबसे पहले हमें गूगल प्ले स्टोर में जाकर निकलर एप्प को डाउनलोड करना होता है। स्कूल के यू-डाइस के आधार पर पोर्टल से विद्यार्थियों के लिए QR code वाले कार्ड डाउनलोड कर उसे एक पुठ्ठे में चिपकाना पड़ता है। वहीं इस बात का ख्याल रखें की यह आपस में बदलना नहीं चाहिए। यह उस बच्चे के नाम से उसके पास पूरे सत्र में रहना चाहिए।
ऐसे पा सकते है प्रश्नों का हल
किसी टॉपिक को पढ़ाने के बाद प्रश्न पूछना हो तो आप निकलर एप्प में उस पाठ से संबंधित उपलब्ध प्रश्न निकालकर पूछ सकते हैं। इसके अलावा स्वयं अपने प्रश्न दे सकते है। इसका उपयोग बच्चों की उपस्थिति लेने के लिए भी किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शिक्षा के क्षेत्र में इस उपलब्धि के लिए स्कूल के प्रमुख शिक्षा सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, स्कूल शिक्षा सचिव डॉ.एस. भारतीदासन, महाप्रबंधक समग्र शिक्षा नरेन्द्र दुग्गा, संचालक लोक शिक्षण सुनील जैन, एन.आई.सी. रायपुर के वैज्ञानिक सोमशेखर और स्कूल शिक्षा विभाग की पूरी टीम को शुभकामनाएं दी है।