BHILAI. शहर के जूनियर जलोटा के नाम से प्रसिद्ध भजन गायक प्रभंजय चतुर्वेदी की बेटी की शादी के दौरान अंजोरा स्थित मैरी गोल्ड रिसॉर्ट में चोर ने धावा बोल दिया और बेटी को मिले उपहार और गहने व 85 हजार नकद पार कर दिए. शादी संपन्न होने के बाद इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. अंजोरा चौकी पुलिस अपराध दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.
आपको बता दें कि चोरी की ये वारदात शादी वाली रात यानी 10 फरवरी को हुई है. लेकिन, परिजनों ने शादी में व्यवधान न हो इसलिए सोमवार को थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है. भिलाई स्टील प्लांट के सांस्कृतिक समन्वय के पद पर कार्यरत प्रभंजय चतुर्वेदी प्रख्यात भजन गायक अनूप जलोटा के शिष्य हैं. लिहाजा उनके प्रशंसक उन्हें जूनियर जलोटा के नाम से जानते हैं. बीते 10 फरवरी को उनकी बेटी श्रुति चतुर्वेदी की शादी थी. विवाह समारोह अंजोरा के मैरी गोल्ड रिसॉर्ट में संपन्न हुआ.
रिजार्ट के कमरा नंबर 101 में जेवर और उपहार का ब्रीफकेस रखा हुआ था. इस ब्रीफकेस को प्रभंजय चतुर्वेदी अपने दामाद को देने वाले थे। पुलिस के अनुसार, रात साढ़े आठ बजे बारात आने पर परिवार के सभी सदस्य और रिश्तेदार बारात के स्वागत के लिए गेट पर पहुंचे. इसके कुछ देर बाद प्रभंजय चतुर्वेदी और उनका बेटा प्रांजल कमरे में गए तो उन्हें कमरे के दरवाजे का ताला टूटा मिला.
अंदर जाकर देखा तो वहां रखा ब्रीफकेस भी खुला हुआ था. उसमें करीब तीन तोले से ज्यादा की सोने की चेन और उपहार के लिफाफे थे. चोर ने इन सभी को पार कर दिया. शादी समारोह संपन्न होने के बाद प्रभंजय चतुर्वेदी ने घटना की शिकायत की. इसके आधार पर अंजोरा चौकी पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस फिलहाल रिसॉर्ट में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज निकालकर जांच कर रही है. सीसीटीवी फुटेज में चोर उस कमरे के सामने मड़राता दिख रहा है, जिससे उसने माल उड़ाया है।
दूल्हे को देने जब बटुआ खोला तब चला चोरी का पता
चोर ने इस सफाई से माल उड़ाया कि शुरुआत में चतुर्वेदी परिवार को चोरी की भनक नहीं लगी। जब ब्रीफकेस को स्टेज पर मौजूद दूल्हे को देने के लिए लाया गया, तब उसमें से सोने की चेन वाला बटुआ खोला गया। तब पता चला कि चेन गायब है। उसके साथ ही उपहार में मिले कुछ लिफाफे भी नहीं मिले।
प्रभंजय बोले- दूल्हे के उपहार चोरी होने से मन आहत
इस बारे में प्रभंजय चतुर्वेदी ने कहा कि दूल्हे के उपहार चोरी होने से मन आहत है। दूल्हे को देने के लिए जब जेवर का बटुआ खोला गया तो वह खाली था। अब आप सहज ही उस स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं।