RAIPUR. रायपुर पुलिस ने बढ़ते साइबर ठगी के मामलों को रोकने में सफलता पाई है। दरअसल झारखंड के जामताड़ा गैंग के पांच लड़कों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह सभी गूगल पर अपने फर्जी नंबर अपलोड करके सर्विस प्रोवाइडर बनकर बात करते थे और आम लोगों से पैसे ठग लेते थे। मामला पंडरी थाने क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार पंडरी इलाके के कारोबारी सुभाष चंद्र जैन के खाते से कुछ समय पहले 1 लाख 42000 रूपए निकाल लिए गए थे, इसके अलावा रायपुर की रहने वाली संध्या काबरा के खाते से इसी तरह 2 लाख 12000 निकाल लिए गए। साथ ही रायपुर के केदार प्रधान के खाते से भी लाखों रुपए की ठगी हुई थी। इन सभी शिकायतों को देखते हुए रायपुर पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
पुलिस द्वारा फोन नंबर और खातों की जानकारी को ट्रेस करने पर बंगाल के दुर्गापुर में ठगों के लोकेशन की जानकारी मिली । इसके बाद रायपुर पुलिस की टीम बंगाल पहुंची। बता दें ठग छिपकर फर्जी नंबरों के जरिए इस पूरे कांड को अंजाम दे रहे थे। वहीं जिन लोगों के खातों पर रुपए ट्रांसफर हुए वह भी किसी और के नाम पर रजिस्टर थे।
पूछताछ के बाद पुलिस को एक पुख्ता खबर मिली और उस मकान का पता चला जहां ठग छिपे हुए थे। इसके बाद पुलिस ने मकान में छापा मारकर 5 युवकों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों का नाम एमडी आलम, दिनेश राय, प्रकाश राज, महेंद्र सिंह और रोहित कुमार यादव बताया जा रहा है। यह सभी झारखंड के देवघर और जामताड़ा के रहने वाले हैं।
पंडरी पुलिस ने बताया कि मकान की तलाशी के दौरान पुलिस को इनके कब्जे से 16 मोबाइल फोन और अलग-अलग कंपनियों की 151 सिम कार्ड मिले हैं। साथ ही अलग-अलग बैंकों के 11 एटीएम कार्ड भी इनके पास से जब्त किये गए हैं, इन सबका इस्तेमाल यह ठगी की रकम को निकालने में करते थे। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है