RAIPUR. छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ तीन दिवसीय हड़ताल नया रायपुर के धरना स्थल पर किया जाएगा। इस हड़ताल का मुख्य कारण अनियमित कर्मचारियों का अब तक नियमितीकरण नहीं होना है। इनका कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुनना वादा किया कि सभी अनियमित कर्मचारियों को नियमित करेंगे लेकिन अब वह वादाखिलाफी कर रहे हैं। इसी के वादाखिलाफी के विरोध में 1 लाख 80 हजार अनियमित कर्मचारी राज्य स्तर पर हड़ताल करने वाले हैं।
मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ द्वारा नया रायपुर के धरना स्थल पर दिनांक 24 से 26 फरवरी तक हड़ताल किया जाएगा। कर्मचारियों का यह हड़ताल कांग्रेस पार्टी के वर्ष 2018 के जन घोषणा पत्र के कुछ घोषणाओं पर है। सभी अनियमित कर्मचारी अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर पहले भी आंदोलन कर चुके है। कर्मचारियों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र के बिंदु क्रमांक 11 में उन्होंने लिखा था की सभी अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण किया जाएगा। वहीं बिंदु क्रमांक 30 में पार्टी ने आउटसोर्सिंग को भी बंद करने का वादा किया था।
साथ ही 14 फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री बघेल ने एक मंच के माध्यम से कहा था कि वह सभी अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण अगले वर्ष कराएंगे। इसके अलावा नियमितीकरण के लिए प्रिंसिपल सेक्रेट्री की अध्यक्षता में एक कमेटी भी गठित कराई गई थी। लेकिन अब तक इनमें से एक भी वादे को प्रदेश सरकार पूरा नहीं कर पाई है। इस हड़ताल में प्रदेशभर के सभी विभागों से तक़रीबन 1,80,000 अनियमित कर्मचारी शामिल होंगे।
कर्मचारियों ने हड़ताल की अनुमति हेतु दिया आवेदन
छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ ने आंदोलन के पहले रायपुर कलेक्टर से हड़ताल की अनुमति मांगने के साथ ही अपनी कुछ मांगे रखी हैं। आवेदन में कहा गया है कि हड़ताल में प्रदेशभर से महिलाएं भी शामिल होने वाली हैं। इसलिए धरना स्थल में पेयजल और शौचालय की व्यवस्था उपलब्ध करवाने को कहा गया है।
वहीं छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रवि गढ़पाले ने कविता के माध्यम से तंज कसते हुए भूपेश बघेल को उनके किए गए वादे को याद दिलाते हुए उन्हें बेवफा कहा है।