GARIYABAND. भिलाई के रहने वाले और गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर जनपद पंचायत में एसडीओ के रूप में पदस्थ राघवेंद्र बहादुर सिंह ने आत्महत्या कर ली है. मंगलवार की सुबह जब काफी देर तक उन्होंने फोन नहीं उठाया तो भिलाई में उनकी पत्नी और बेटियां किसी अनिष्ट की आशंका से डर गईं. वे तत्काल फिंगेश्वर के लिए रवाना हुईं. उनके सरकारी आवास पर पहुंचीं तो दंग रह गईं. राघवेंद्र का शव फांसी के फंदे पर झूल रहा था. इससे उनके होश उड़ गए. जैसे-तैसे खुद को संभाला और पुलिस को सूचना दी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के अनुसार, एसडीओ राघवेंद्र बहादुर सिंह बीते शनिवार और रविवार को अपनी पत्नी और दोनों बेटियों के साथ थे और उन्हें राजिम मेला भी घुमाया था. रविवार को ही उन्होंने सभी को वापस भिलाई पहुंचाया. फिर उसी दिन वापस फिंगेश्वर लौट गए. वहीं सोमवार को उन्होंने दिनभर कार्यालयीन कामकाज निपटाया. इसी दिन पत्नी से उनकी अंतिम बातचीत शाम के करीब साढ़े चार बजे हुई थी. शाम को छुट्टी के बाद वे अपने सरकारी आवास आ गए होंगे. रात में उनकी पत्नी व बेटियों ने उनसे लगातार फोन किया पर राघवेंद्र फोन ही नहीं उठा रहे थे. तभी से वे आशंकित हो गए थे.
जैसे-तैसे सभी ने रात काटी और सुबह फिर से फोन लगाने का प्रयास किया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिलने पर सभी गाड़ी से गरियाबंद के फिंगेश्वर रवाना हो गए. जब वे फिंगेश्वर स्थित उनके सरकारी आवास पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद मिला. जब दरवाजा खोलने की कोशिश करने पर भी नहीं खुला तो इसकी जानकारी फिंगेश्वर पुलिस को दी गई. तत्काल पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दरवाजे को अड़ाकर खोला गया. अंदर उन्हें राघवेंद्र बहादुर सिंह फांसी के फंदे पर लटकते मिला.
ये देख परिजनों के होश फाख्ता हो गए. उनका रो-रोकर बुरा हाल था. इस बीच पुलिस ने राघवेंद के शव को फंदे से नीचे उतारा और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया. साथ ही परिजनों से पूछताछ की गई कि उन्होंने ये कदम क्यों उठाया. परिजनों को भी वजह समझ में नहीं आ रही है. ऐसे में अब तक कारणों का पता नहीं चल पाया है. पुलिस अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है.