RAIPUR. छत्तीसगढ़ में चल रहे आरक्षण विवाद के बीच आज राज्यपाल अनुसूईया उइके को मणिपुर का राज्यपाल बना दिया गया है। राष्ट्रपति के इस आदेश के बाद सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। इस बीच आज देर शाम सीएम भूपेश बघेल राज्यपाल अनुसूईया उइके से मिलने राजभवन पहुंचे। इसकी जानकारी खुद सीएम ने सोशल मीडिया में दी। मुलाकात के दौरान सीएम भूपेश ने प्रदेश के विकास में सहयोग के लिए राज्यपाल का आभार जताया।
सीएम भूपेश बघेल ने अनुसुईया उइके को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई देते हुए लिखा कि व्यक्तिगत रूप से मैं उन्हें बड़ी बहन मानता हूं। मुझे इस बात की हमेशा पीड़ा रहेगी कि बीजेपी ने उन्हें उनकी भावनाओं के अनुरूप काम नहीं करने दिया। प्रदेश के नए राज्यपाल से उम्मीद पूछे जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नए राज्यपाल को आने दीजिए। उनका स्वागत करेंगे। पहले उनसे मिलेंगे उसके बाद समस्या भी बताएंगे। राष्ट्रपति ने बिस्वा भूषण हरिचंदन को नया राज्यपाल बनाया है। हरिचंदन अभी आंध्र प्रदेश के राज्यपाल हैं।
नए राज्यपाल से कांग्रेस को बड़ी उम्मीदें
छत्तीसगढ़ में नवनियुक्त राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन से कांग्रेस को बड़ी उम्मीदें हैं। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त राज्यपाल का कांग्रेस पार्टी स्वागत करती है। छत्तीसगढ़ की पावन धरा में उनका शत शत अभिनंदन। राज्यपाल की नियुक्ति का अधिकार केंद्र सरकार के पास है। केंद्र सरकार किसे कहां पर राज्यपाल नियुक्त करती है किसका तबादला करती है, उसका अपना निर्णय होता है। छत्तीसगढ़ की आम जनता के अधिकार पिछले कुछ महीनों से राजभवन में लंबित पड़े हैं। उन्होंने कहा कि हमारी विधानसभा ने सर्वसम्मति से आरक्षण संशोधन विधेयक पारित कराके जिसमें सभी समाजों के लिए आरक्षण का प्रावधान है. राजभवन को भेजा है। अब आशा करते हैं कि नए राज्यपाल इस पर शीघ्र निर्णय करेंगे और पारित किए गए अधिनियम में हस्ताक्षर से उसे कानून का रूप देंगे, ताकि छत्तीसगढ़ की आम जनता का अधिकार मिल सके।