DURG. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के काफिले में 03 फरवरी को ही 12 नयी फॉर्चूनर गाड़ियां शामिल की गई हैं। उन गाड़ियों का चयन करते समय ख़ास तौर पर सुरक्षा को ध्यान में रखे जाने जैसी बात कही जा रही है। लेकिन काफिले में नयी गाड़ी शामिल होने के अगले दिन ही मुख्यमंत्री की गाड़ी बंद हो गई। इतना ही नहीं उसे धक्का देकर साइड करना पड़ा। इसे मुख्यमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक की तरह देखा जा रहा है।
दरअसल सीएम बघेल दुर्ग जिले के पाटन में जिला स्तरीय स्काउट गाइड कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। यहां स्काउट गाइड को संबोधित करने और छत्तीसगढ़ में नेशनल जम्बूरी करवाने की घोषणा करने के बाद सीएम बघेल को किसी दूसरे कार्यक्रम में जाना था। इस कार्यक्रम में जाने के लिए सीएम बघेल का काफिला जैसे ही तैयार हुआ। उन गाड़ियों में से एक फॉर्चूनर कार बंद पड़ गई।
उसे धक्का लगाकर किनारे करना पड़ा। हालांकि सीएम बघेल उस गाड़ी में नही बैठे थे। और उस बंद गाड़ी के चालू न होने पर सीएम के काफिले को रवाना कर दिया गया। काफिले के रवाना होने के तकरीबन 10 मिनट बाद वो बंद पड़ी नयी फॉर्चूनर चालू हुई।
अधिकारीयों की लापरवाही आई सामने
सीएम के काफिले की गाड़ी बंद होने को सुरक्षा में हुई बड़ी चूक की तरह देखा जा रहा है। इन 12 गाड़ियों को खरीदने की वजह ही सीएम की सुरक्षा को मजबूत करना है। ऐसे में जब गाड़ी बंद पड़ गई, तो सुरक्षा में तैनात थाना प्रभारी और डीएसपी को बंद गाड़ी को धक्का लगाकर किनारे करना पड़ा।