RAIPUR. बस्तर इलाके में एक के बाद एक चार बीजेपी नेताओं और पदाधिकारियों की नक्सलियों द्वारा हत्या के बाद राज्य सरकार भी पशोपेश में पड़ गई है. इसी के मद्देनजर उन्होंने डीजीपी को जरूरी निर्देश दिए हैं. इसमें उन्होंने बस्तर संभाग के सभी जिलों में पुलिस अफसरों और फिर नेताओं की बैठक लेकर सभी नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा करने को कहा है. नेताओं को सुरक्षा प्रदान करने की बात कहते हुए उन्होंने वहां के नेताओं को भी नसीहत दी है कि वे पुलिस को सूचना देकर ही कहीं का दौरा करें.
आपको बता दें कि बस्तर संभाग के बीजापुर, नारायणपुर समेत कई अंदरूनी इलाके में एक के बाद एक चार बीजेपी नेताओं की हत्या नक्सलियों ने कर दी है. बीते करीब एक से डेढ़ सप्ताह की अवधि में ये वारदात हुई हैं. इसे लेकर एक ओर जहां बीजेपी के नेता सरकार को घेर रहे हैं तो वहीं सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं.
एक दिन पहले ही जहां बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर बीजेपी नेताओं की हत्या को सीधे तौर पर कांग्रेस सरकार की साजिश बता दी. इसके अलावा प्रदेशभर में माहौल खड़े करने के लिए राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में मसाल जुलूस भी निकाला गया. साफ है कि बीजेपी नेताओं की हत्या प्रदेश में बड़ा मुद्दा बनता नजर आ रहा है. इससे सरकार भी सोचने को मजबूर हो गई है.
ऐसे में सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डीजीपी अशोक जुनेजा को तलब किया. उन्हें सीधे तौर पर कहा कि वे तत्काल बस्तर संभाग में रेंज व जिला मुख्यालयों के सभी आला पुलिस अफसरों की बैठक लें, इसके साथ ही सभी दलों के नेताओं की भी मीटिंग आयोजित करें और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर सभी नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें.
बेफिक्री भी बनी वजह
आपको बता दें कि बीते कुछ सालों में नक्सल गतिविधियों में कमी आई है. पुलिस व सुरक्षा बलों ने उन्हें अंदरुनी इलाकों में खदेड़ने में सफलता हासिल की है. ऐसे में बीते कुछ समय से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस अफसरों से लेकर नेता भी बेफिक्र हो गए हैं. इसका भी फायदा उठाकर नक्सलियों ने वारदात को अंजाम दिया है.