RAIPUR. छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ द्वारा तीन दिवसीय हड़ताल राज्य सरकार के खिलाफ नया रायपुर के धरना स्थल पर किया जाएगा। हड़ताल का मुख्य कारण अनियमित कर्मचारियों नियमित करवाना है। इस हड़ताल में प्रदेशभर के अनियमित, संविदा एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी / अधिकारि शामिल होंगे। वहीं 14 फरवरी को भोजन अवकाश में जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के 33 जिलों के समस्त अनियमित कर्मचारी अपने जिले के कलेक्टर को ज्ञापन सौपने पहुंचेगे।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के शासकीय विभागों / निगम / मंडल / आयोग / निकाय में कार्यरत अनियमित, संविदा एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी / अधिकारियों की नियमितीकरण हेतु 14 फरवरी 2019 को छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के मंच में स्वयं उपस्थित होकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आश्वासन दिलाया था कि ये वर्ष किसानों के लिए और आगामी वर्ष कर्मचारियों के लिए होने की बात कही थी। लेकिन इस आश्वासन को बीते 4 साल हो गए हैं, लेकिन नियमितीकरण आज भी अधूरा है।
मुख्यमंत्री बघेल के इस आश्वासन को याद दिलाने के लिए 14 फरवरी 2023 को भोजन अवकाश में जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के 33 जिलों में समस्त अनियमित कर्मचारी (संविदा, प्लेसमेंट, ठेका, कलेक्टर दर मानदेय, जॉबदर, दैनिक वेतनभोगी एवं श्रमायुक्त दर ) के कर्मचारी राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपेंगें। बता दें कि 14 फरवरी को ज्ञापन देने हेतु सूचना देने वाले 29 जिलाध्यक्षों द्वारा प्रेषित कर दिया गया है।
इन जिलों के अध्यक्ष होंगे शामिल
मुख्यमंत्री बघेल और राज्यपाल को ज्ञापन सौपने हेतु प्रदेश की राजधानी रायपुर के अलावा बालोद, बलरामपुर, खैरागढ़, सुकमा, कोरबा, बीजापुर, जांजगीर चांपा, महासमुंद, शक्ति, जीपीएम, बस्तर, कबीरधाम, जशपुर, बलौदा बाजार, कोंडागांव, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, दुर्ग, धमतरी, कोरिया, मुंगेली, राजनांदगांव, रायगढ़, कांकेर, गरियाबंद, बेमेतरा, बिलासपुर, सरगुजा, समेत दंतेवाड़ा के छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष शामिल होंगे।