DEOGHAR. केंद्र सरकार जल्द ही 38 हजार शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। साथ ही 540 एकलव्य मॉडल स्कूल भी स्थापित किए जाएंगे। केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन बातों का ऐलान किया था। अब गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को झारखंड के देवघर में विजय संकल्प रैली में इसे दोहराया है। आदिवासी समुदाय के विकास के लिए सरकार 740 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) स्थापित करेगी और 38,000 शिक्षकों की भर्ती करेगी।
आपको बता दें कि एक फरवरी 2023 को भारत सरकार का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सीतारमण ने नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी समेत शिक्षा के क्षेत्र में कई कार्यक्रमों की घोषणा की थी। इनमें सबसे अहम 740 एकलव्य मॉडल स्कूल बनाने और 38,800 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा थी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि चिकित्सा शिक्षा का समर्थन करने के लिए 157 नए नर्सिंग कॉलेज भी स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा नए चिकित्सा उपकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। ईएमआरएस के लिए शिक्षकों की भर्ती एकलव्य शिक्षण कर्मचारी चयन परीक्षा (ईटीएसएसई) के जरिए की जाएगी।
इस परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी कर सकती है। केंद्र सरकार अगले तीन साल में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों में 38,800 शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों की भर्ती पूरी करेगी। 740 एकलव्य विद्यालयों में लगभग साढ़े तीन लाख आदिवासी छात्रों को लाभ होगा।
जानिए एकलव्य विद्यालयों की खास बातें
EMRS की शुरुआत साल 1997-98 में हुई थी। इसके तहत पूरे भारत में भारतीय जनजातियों (ST-अनुसूचित जनजाति) के लिए मॉडल आवासीय विद्यालय बनाने की एक योजना है। इन विद्यालयों में CBSE पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है। एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय विकसित किए जा रहे हैं।
इन स्कूलों में आदिवासी छात्रों के सर्वांगीण विकास पर जोर देते हुए आदिवासी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाती है और इन्हें नवोदय विद्यालय की तर्ज पर बनाया गया है। ये खेल और कौशल विकास में प्रशिक्षण प्रदान करने के अलावा स्थानीय कला एवं संस्कृति के संरक्षण के लिये विशेष अत्याधुनिक सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं।