KERALA. कहते हैं कि अपने पैशन को पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती है। इसे केरल के रहने वाले 72 साल के एक दादाजी ने साबित कर दिया है। नौकरी से रिटायर होने के बाद उन्होंने बॉडी बिल्डिंग के अपने पैशन को पूरा किया। केसी श्रीनिवासन ने 19 साल की उम्र में बॉडीबिल्डिंग शुरू कर दी थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने 1972 और 1984 के बीच कई बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
मगर, वे अपनी नौकरी के कारण इसे ज्यादा समय नहीं दे पाए। लिहाजा, रिटायरमेंट के बाद केसी श्रीनिवासन ने अपने पैशन को फॉलो किया। उन्होंने 60 के दशक में बॉडीबिल्डिंग शुरू की थी। उस वक्त उनके परिवार और दोस्तों ने इसे खारिज कर दिया था, लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में लिया। आज वह एक सफल पेशेवर पॉवरलिफ्टर बन चुके हैं।
ऐसे समय में जब लोगों का शरीर साथ छोड़ने लगता है, श्रीनिवासन ने पूरी दुनिया को एक और रास्ता दिखाया। सोशल मीडिया पर लोग उनकी कहानी जानकर बेहद खुश हैं। श्रीनिवासन ने कहा कि उन्होंने कई राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। वह आंध्र प्रदेश, झारखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर गए और कई पदक भी जीत चुके हैं। इस उम्र में यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
साल 2017 में श्रीनिवासन ने केरल में आयोजित एशियन पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भाग लेकर सभी को चौंका दिया था। श्रीनिवासन ने इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने स्क्वाट और बेंच प्रेस में 85 किग्रा और डेडलिफ्ट में 115 किग्रा भार उठाकर सभी के होश उड़ा दिए।
श्रीनिवासन 72 साल की उम्र में भी काफी फिट हैं। ऐसा लगता है कि 25 वर्षीय के पास एक शरीर है। खाने-पीने के बारे में वह कहती हैं कि वह घर का बना खाना ही खाते हैं। वह अपने परिवार के साथ आराम से अपना जीवन जीने के साथ ही अपने पैशन को भी पूरा समय दे रहे हैं।