RUDRAPUR. अभी तक शादियों और त्योहारों के सीजन में नकली मावा और उससे बनी मिठाइयों की धर-पकड़ की बात आपने सुनी होगी। मगर, उत्तराखंड के किच्छा में जिस तरह की नकली मिठाई बनाकर बेची जा रही थी, उसे सुनने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे। यहां आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली है कि वे मुर्गियों के खिलाए जाने वाले दाने का इस्तेमाल कर रहे थे।
आरोपी ने पूछताछ में कई राज खोले. उसकी माने तो वह इन नकली मिठाइयों को छोटी ही नहीं, कई बड़ी दुकानों में सप्लाई करते थे। इन दुकानों में रुद्रपुर मेन बाजार स्थित नवलती स्वीट्स, ट्रांजिट कैंप में दक्ष चौक के पास गुप्ता स्वीट्स, आवास विकास की कोली बेकरी, हल्द्वानी की विशंभर स्वीट्स, नानक स्वीट्स, सितारगंज की शिव स्वीट्स और अल्मोड़ा और किच्छा क्षेत्र में भी कई स्टोर शामिल हैं।
कथित तौर पर, यह खराब बनी मिठाई यहां 200 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेची जा रही थी। बाद में उसी व्यापारी द्वारा इसे 900 रुपए प्रति किलो के हिसाब ग्राहकों को बेचा गया। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आरोपों में सच्चाई है या नहीं।
आपको बता दें कि इस मामले में मुख्य आरोपी प्रदीप कुशवाहा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसका एक साथी सरधना थाना जिला मेरठ का रहने वाला कृपादीप कुशवाहा फरार है। ये लोग लंबे समय से नकली मिठाई बनाने का काम कर रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, डोडा की बर्फी भी घटिया क्वालिटी का रिफाइंड और फिटकरी का पानी मिलाकर मिठाई बनाई जा रही थी। पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों को खिलाया जाने वाला दाना डोडा का भी बर्फी में भी इस्तेमाल किया गया था।
बड़ी बात यह है कि नामी दुकानों पर इस मिठाई की सच्चाई के बारे में लोगों को पता नहीं चला और उन्होंने बड़े चाव से इस मिठाई खरीदकर खाया। आरोपियों द्वारा नामजद बड़े स्टोरों की पुलिस को तलाश है। आरोपों में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।