NEW DELHI. सहारा में जिनका पैसा फंसा हुआ है, उनके लिए बड़ी राहत की खबर है। अब भारत सरकार और सेबी ने मिलकर सहारा प्रमुख सुब्रत राय की संपत्ति जब्त कर निवेशकों का पैसा लौटाने की तैयारी कर ली है। इसी के तहत एक उपाय भी शुरू किया गया कि संपत्तियों को कुर्क करने के बाद उसको नीलाम कर निवेशकों की गाढ़ी कमाई को वापस किया जाए।
इसी कड़ी में सेबी ने एक नोटिस जारी कर सभी बैंकों, डिपॉजिटरी और म्यूचुअल फंड को निर्देश दिया है कि वे किसी भी परिस्थिति में सुब्रत राय सहारा के डीमैट खाते से निकासी की अनुमति न दें। सेबी ने सहारा ग्रुप और उसके बॉस सुब्रत रॉय से बकाया रकम, ब्याज और पेनाल्टी वसूलने का बड़ा आदेश जारी किया है। इस आदेश के आधार पर बाजार नियामक ने सहारा समूह की कंपनी, उसके प्रमुख सुब्रत राय और कंपनी के तीन अन्य अधिकारियों के बैंक खातों, डीमैट खातों और लॉकरों को कुर्क करने का आदेश दिया। सहारा समूह से जुड़े लोगों में सुब्रत राय के अलावा अशोक राय चौधरी, रविशंकर दुबे और वंदना भार्गव शामिल हैं, जिनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई चल रही है।

सरकार के पास भी नहीं है पूरा आंकड़ा
हालांकि, भारत सरकार को भी ठीक से नहीं पता है कि सहारा में कितने निवेशकों का पैसा लगा था। इस बात का खुलासा भारत सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया। लोकसभा में उठाए गए एक सवाल के जवाब में खुद वित्त मंत्री ने यह जवाब दिया। वित्त मंत्री ने अपने जवाब में कहा कि 2.33 करोड़ निवेशकों ने 19,400.87 करोड़ रुपए जमा किया था। इसका सहारा इंडिया रियल एस्टेट कारपोरेशन लिमिटेड में निवेश किया गया है। 75 लाख निवेशकों का 6380.50 करोड़ रुपए सहारा हाउसिंग इंवेस्टमेंट कापोरेशन लिमिटेड में हुआ है। इसके अलावा और कोई भी जानकारी नहीं है।


































