BHILAI. भिलाई और दुर्ग जितनी अपनी बहु संस्कृति, सांस्कृतिक गतिविधियों और विविधताओं के लिए प्रसिद्ध है उतना ही यहां से ताल्लुख रखने वालों के लिए दुनिया भर में जानी जाती है। ट्विनसिटी में स्पोर्ट्स, एजुकेशन, कल्चरल और फिल्मी क्षेत्र के कई नामचीन लोग है। इन्हीं में से एक है सतीश देवांगन। छोटे कद के सतीश आज फिल्मी दुनिया में बड़ा नाम है। सतीश भिलाई के सेक्टर-6 में रहते है और छत्तीसगढ़ी फिल्मों के साथ कई बड़े प्रोजेक्ट्स में अपनी महत्वपूर्ण भूमिकाएं अदा कर चुके है। सतीश देवांगन करीब दो दशक से छालीवुड में एडिटिंग से लेकर कलर ग्रेडिंग और अब निर्देशन तक की महती भूमिका अदा कर चुके है। सतीश अपने काम के बलबूते छत्तीसगढ़ ही नहीं दूसरी भाषाओं के फिल्मों में भी अपना लोहा मनवा चुके है।
सतीश देवांगन जब छत्तीसगढ़ी फिल्मों में कदम रखे थे तब छालीवुड अपनी बाल्य काल में था और उस शुरुआती दिनों में भी अपने काम, हुनर, मेहनत और जुनून के चलते अल्प आयु में ही सतीश का प्रदेश भर में लोहा माना जाने लगा था।
सबसे ताज्जुब की बात है कि मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुख रखना वाला भिलाई का लाल बहुत दूर तक जा चुका है और आज कई प्रादेशिक फिल्मों की दुनिया का जाना और पहचाना नाम है। सतीश देवांगन के परिवार में किसी का भी फिल्मी जगत से कोई भी संबंध नहीं है बावजूद सतीश ने जबरदस्त काम किया और ट्विनसिटी का मान बढ़ाया है।
छोटी सी उम्र में बड़े-बड़ों के साथ छालीवुड फिल्मों से श्रीगणेश करने वाले सतीश मराठी, बघेली, भोजपुरी, हिन्दी फिल्मों में अपनी तकनीकी दायित्व निभाने के बाद अब देश के बड़े OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीस हो चुके बड़े प्रोजेक्ट में भी कई रिस्पॉसिबिलिटी निभा रहे है।
अपने अब तक के सफर पर खुलकर बातचीत करते हुए सतीश ने कहा कि उनकी सौभाग्य है कि उन्हें कम उम्र में ही बड़ी-बड़ी हस्तियों के साथ काम करने का मौका मिल चुका है। उन्होंने कहा कि दिग्गजों के साथ काम करने के कारण ही उन्हें काफी कुछ सिखने को मिला। बकौल सतीश ‘हर प्रोजेक्ट के बाद हमें बड़े लोगों के साथ सिखने तो मिलता ही रहा, साथ ही अपने आप से भी प्रतिस्पर्धा भी हुई, क्योंकि सतीश ने अपने अंदर की कमियों को वक्त के साथ सुधारने का मौका भी मिला। समय की मांग के हिसाब से तकनीकी पक्ष को भी मजबूत किया और ट्रेंड के अनुसार अपने आप को डाल भी लिया।
स्टूडेंट्स को किया मोटिवेट
फिल्मी दुनिया, एडिटिंग और डायरेक्शन के फील्ड में अपना कॅरियर बनाने वाली भावी पीढ़ी के लिए चर्चित डायरेक्टर सतीश देवांगन कहते है कि धैर्यवान बनें। अपना गोल डिसाइड कर लें। पैसों के पीछे मत भागे। फैमिली पर्संस या फ्रेंड्स की देखा-देखी बिल्कुल भी न करें। सबसे पहले स्वयं को पहचाने, कि आप किस चीज के लिए बने है और आपके भीतर कौनसी प्रतिभा है उसे ही अपने इंटरेस्ट के अकॉर्डिंग डेवलप करें और आगे बढ़े… इन चीजों को फॉलो करें तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
इन प्रोजेक्ट्स पर चल रहा काम
सतीश देवांगन कहते है कि अभी कई प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि ‘फिलहाल मैं छालीवुड के तीन बड़े प्रोजेक्ट में व्यस्त हूं।’ उन्होंने कहा कि इसके बाद छत्तीसगढ़ के कुछ बड़े प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा। आगामी प्रोजेक्ट्स पर सतीश कहते है कि ‘सुन-सुन मया के धुन’ में हमने डायरेक्शन और एडिटिंग की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो 17 फरवरी को प्रदेश भर में रिलीस होगी। साथ ही ‘फैमिली कमाल हे, भूत के धमाल हे’ में भी सतीश पर्दे के पीछे बड़ी भूमिका निभा चुके है, जो आने वाले दिनों में प्रदेश के थिएटर्स पर रिलीज होगी। सतीश कहते है कि होली के बाद कुछ और प्रोजेक्ट शुरू हो जाएंगे। इसमें OTT पर प्रदर्शित होने वाले कई छोटे-बड़े प्रोजेक्ट पर बातचीत चल रही है।