NEW DELHI. देश को आजादी दिलाने में भूमिका निभाने वाले नेताओं के योगदान से युवाओं को अवगत कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के तहत देश भर से चुने गए 35 लड़कियों और 45 लड़कों सहित 80 युवा 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर संसद के सेंट्रल हॉल में पुष्पांजलि समारोह में भाग लेंगे. इन युवाओं का चयन विस्तृत, वस्तुनिष्ठ और योग्यता आधारित प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है, जिसमें दीक्षा पोर्टल और MyGov पर डाली गई प्रश्नोत्तरी शामिल है. जिला और राज्य स्तर पर विश्वविद्यालयों से चयन के लिए वाकपटुता भाषण प्रतियोगिता और नेताजी के जीवन और योगदान पर प्रतियोगिता आयोजित की गई थी.
80 युवाओं में से चयनित 30 को पांच भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, मराठी और बांग्ला में समारोह के दौरान नेताजी पर बोलने का अवसर मिलेगा. कार्यक्रम के बाद विशेष मिलेट्स लंच होगा. पीएम मोदी ने उसी दिन शाम को 80 प्रतिभागियों को अपने आवास पर भी आमंत्रित भी किया है. एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक संसद भवन के सेंट्रल हॉल में गणमान्य व्यक्तियों द्वारा राष्ट्रीय नेताओं को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करने की एक स्थापित प्रथा रही है, लेकिन इसमें कभी भी आम लोग शामिल नहीं होते हैं.
इस आयोजन से जुड़े एक अधिकारी के मुताबि, समय के साथ-साथ इस तरह के कार्यक्रमों ने अनी चमक और लोकप्रियता खो दी. ऐसे कार्यक्रम महज रस्मअदायगी बनकर रह गए, जिसमें केवल मुट्ठी भर नेता ही अपनी ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करने आते थे. पीएम ने इन बातों पर गौर किया. इसके बाद राष्ट्रीय नेताओं को उनकी जयंती पर संसद के सेंट्रल हॉल में श्रद्धांजलि देने में युवाओं की भागीदारी का विचार आया. पिछले साल 2 अक्टूबर को युवाओं की भागीदारी इस तरह के कार्यक्रम के जरिये शुरू की गई थी.