KORBA. दोस्ती अपनी जगह अपनी जान अपनी जगह, ये कहते तो आपने सुना ही होगा। मगर कोरबा के 15 वर्ष के बच्चे ने दोस्ती की ऐसी मिसाल पेश की, जो अब स्वर्ण अक्षरों में उल्लेखित होगा। असल में ये दोस्त कोरबा जिले के पिकनिक स्पॉट परसाखोला जलप्रपात गए थे। इसी बीच एक दोस्त चट्टान से फिसलकर पानी में चला गया और बहते हुए झरने के पास पहुंचने लगा। तब उस उस दोस्त ने छलांग लगाई जिसे तैरना भी नहीं आता था। फिर खींचकर बाहर भी निकाल लिया। अब उसी 15 वर्षीय बच्चे को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार मिलने जा रहा है, जिसे राष्ट्रपति अपने हाथों से प्रदान करेंगी।
ये साहस और दोस्ती की मिसाल पेश करने वाला ये बच्चा और कोई नहीं बल्कि कोरबा का अमन ज्योति है, जिसे पहले राज्य वीरता पुरस्कार दिया गया था और अब केंद्र सरकार ने भी उसकी वीरता को सम्मानित करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि कोरबा जिले के 15 ब्लाक निवासी 15 वर्षीय अमन ज्योति जाहिरे के पिता ब्रह्म ज्योति पूर्व पुलिसकर्मी है। जब कि उसके चाचा कमल ज्योति जाहिरे छत्तीसगढ़ शासन में सहायक जनसंपर्क अधिकारी है। अमन ने अपने दोस्त को बचाने के लिए अपनी ही जिंदगी दांव पर लगा दी थी।
आपको बता दें कि एक अगस्त 2021 को फ्रैंडशिप डे के दिन दोपहर में वे अपने एक दोस्त का बर्थडे मनाने के लिए कोरबा से 20 किलोमीटर दूर पिकनिक स्पॉट परसाखोला वाटरफाल के पास गए थे। तभी बारहवीं क्लास में पढ़ने वाला उसका दोस्ता आशीष ठाकुर झरने के किनारे में हाथ-पैर धोने गया और पानी में फिसल गया था, जिसे बचाने 15 वर्षीय छात्र अमनज्योति पानी के तेज बहाव में कूद गया, जबकि उसे भी तैरना नहीं आता था। इस बीच एक और दोस्त दीपांशु पहुंचा और दोनों मिलकर आशीष को बाहर निकाले। हालांकि तब तक आशीष बेहोश हो गया था, लेकिन उसे बचा लिया गया था।