RAJNANDGAON. नए जिले मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में कोहका थाने से 15 किलोमीटर दूर जंगल में नक्सलियों द्वारा लगाए 35 किलो IED को ITBP व DRG की संयुक्त टीम ने सुरक्षित तरीके से बरामद कर लिया। फिर SP की मौजूदगी में उसे निष्क्रिय किया गया। इसे एंटी नक्सल ऑपरेशन के बीच बड़ी सफलता मानी जा रही है।
दरअसल ये पूरा इलाका नक्सल प्रभावित है, जहां सुरक्षा बलों का कैंप स्थापित किया गया है। बीच-बीच में ITBP और DRG की टीमें सर्चिंग पर निकलती है ताकि नक्सलियों को पकड़ा जा सके और साथ ही उनकी साजिश को नाकाम किया जा सके। इसी के तहत मानपुर ब्लॉक के कोहका थाने की टीम के साथ जवान जंगल की खाक छान रहे थे। इसी दौरान मोहला के परवीडीह बेस कैंप से पांच किलोमीटर दूर कातुलझारा जंगल में नक्सलियों द्वारा लगाया गया IED बम उन्हें नजर आया। उसे सुरक्षित तरीके से निकाला गया। साथ ही इसकी सूचना पुलिस अफसरों को भी दी गई। मौके पर जिला पुलिस बल के ASP पुपलेश कुमार पात्रे व नक्सल आपरेशन के ASP आकाश मरकाम भी पहुंचे हुए थे। इस बीच जिले के पुलिस SP वाई.अक्षय कुमार की निगरानी में बम को निष्क्रिय किया गया।
पहले भी मिलता रहा है विस्फोटक
दरअसल ये पूरा इलाका नक्सल प्रभावित है, जो महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के बेहद संवेदनशील क्षेत्र से लगा हुआ है। इन दोनों इलाकों में नक्सलियों की बेधड़क आवाजाही होती है। छिपने और भागने का सुरक्षित ठिकाना होने के चलते वे छत्तीसगढ़ या महाराष्ट्र में कहीं भी वारदात करते हैं तो दूसरे राज्य के जंगल में छिप जाते हैं। इसी के चलते दोनों ही राज्यों में एंटी नक्सल मूवमेंट के लिए इस संयुक्त जंगल पर विशेष जोर दिया जाता है। वहीं पहले भी इस इलाके में बड़ी मात्रा में विस्फोटक मिलते रहे हैं। करीब 10 दिन पहले भी जिंदा IED बरामद करने के बाद उसे निष्क्रिय किया गया था। मतलब 10 दिनों के भीतर सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ ये दूसरी बड़ी सफलता भी है।