DURG. शनिवार 24 दिसंबर को बीआईटी में 1997 बैच के सिल्वर जुबली कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके शामिल हुई। बीआईटी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 1997 बैच के छात्र के रूप में बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय भी पहुंचे। बैच के पूर्व छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम के दौरान अपने अनुभव भी साझा किये।

बीआईटी में 1997 बैच के सिल्वर जुबली कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि मेरी पढ़ाई जहां हुई है वहां मैं अक्सर जाती हूँ। अपने गुरुजनों के प्रति इन पूर्व छात्रों का आदर देखकर अच्छा महसूस हो रहा है। आप लोगों ने करियर में तरक्की के साथ-साथ अपने संस्कारों को भी संभालकर रखा है। राज्यपाल ने कहा कि युवावस्था अपने आप को निखारने का स्वर्णिम समय होता है और जिस संस्थान में उनकी ऊर्जा को सकारात्मक रूप दिया जाता है वो संस्थान उनके लिए पुण्यभूमि से कम नहीं है। राज्यपाल ने आगे कहा कि अपने गुरुजनों को हमेशा सम्मान दें। आपको मिलने वाला पैकेज महत्वपूर्ण है लेकिन इससे भी बड़ी चीज है संस्कार। आपने जिन लोगों से शिक्षा ली, जिन्होंने आपकी समझ को विकसित करने में मदद की उन्हें याद रखना, हमेशा सम्मान देना बहुत जरूरी हैं।

राज्यपाल ने कहा कि अपने गुरुजनों द्वारा मिली सीख की वजह से आज मैं यहां हूँ। मैंने अपने जीवन से यह सीखा है कि जब भी आप कोई अच्छा काम करने का संकल्प लेते हैं। उसे पूरा करने के लिए दिन- रात मेहनत करते हैं तो वो संकल्प जरूर पूरा होता है। उन्होंने कहा कि बीआईटी में नवाचारों को हमेशा प्रोत्साहन दिया जाता है। यही वजह है कि 36 बरसों से यह संस्थान लगातार अपनी छवि को कायम रखने में सफल रहा है। इसके पीछे इसके पूर्व विद्यार्थियों का भी बड़ा हाथ है जिन्होंने देश-विदेश में जाकर नाम कमायाहै। ऐसे सीनियर हमेशा अपने आने वाली पीढ़ी के लिए आदर्श होते हैं।
इस मौके पर संस्थान के मेंबर सेक्रेटरी आईपी मिश्रा ने बताया कि बीआईटी में हमेशा हमारी कोशिश रही है कि यहां से पढ़कर निकलने वाले विद्यार्थी अपनी विधा में पारंगत हो। कड़ी मेहनत के बूते ही यह प्रयास सफल हुआ हैं। आज जब 1997 बैच को देखता हूँ तो महसूस होता है कि कड़ी मेहनत के शानदार नतीजे निकलते हैं। संस्थान के डायरेक्टर डा. अरुण अरोरा ने कहा कि बीआईटी के विद्यार्थी दुनिया भर में नाम कमा रहे हैं। यहां तक कि अमेरिका में भी इनका एलुमनी एसोसिएशन बना हुआ है। इस मौके पर प्राचार्य मोहन गुप्ता ने भी अपना संबोधन दिया। इस मौके पर वाइस प्रिंसिपल डा. मनीषा शर्मा भी उपस्थित रहीं।





































