JANJGIR।. जिले के चाम्पा थाना क्षेत्र के घोघरानाला में बुजुर्ग महिला का गला रेत कर हत्या कर दी गई है। सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची है और संदेहियों से पूछताछ कर रही है। बुजुर्ग महिला पाला बाई, पति की मौत के बाद अकेली रहती थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गला रेत कर हत्या करने की बात सामने आई है।
चाम्पा थाने के टीआई मनीष परिहार ने बताया कि बुजुर्ग महिला के पड़ोसी की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो कि बुजुर्ग महिला बाई, खाट पर लेटी हुई है और किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसका गला रेतकर हत्या कर दिया है। उन्होंने आगे बताया कि बुजुर्ग महिला पाला बाई, पति की मौत के बाद अकेली रहती थी, फिलहाल, पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है और संदेहियों से पूछताछ कर रही है।
बता दें कि इसके पहले भी जांजगीर में बुजुर्ग की हत्या का मामला काफी सुर्खियों में रहा है। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में 70 साल के एक बुजुर्ग की कथित ‘पारस’ पत्थर के चक्कर में जुलाई में हत्या कर दी गई थी । आरोपियों ने बुजुर्ग से पत्थर को सोना बनाने वाले इस जादूई पत्थर की मांग की थी, जब उसने नहीं दिया तो उसे जंगल में ले जाकर मार डाला था।
जांजगीर-चांपा पुलिस ने हत्या का राजफाश कर आरोपियों को दबोच लिया है। पुलिस के अनुसार मृतक बाबूलाल यादव ने अपने पास ऐसा पत्थर होने का दावा किया था, जो किसी भी पत्थर को सोने में बदल सकता है और जमीन में गड़े सोने का पता लगा सकता है। जब यह जानकारी अन्य लोगों को लगी तो उन्होंने उससे वह पत्थर लेने के लिए साजिश रची।
इसके बाद 8 जुलाई को एक महिला समेत 10 लोग बुजुर्ग बाबूलाल को उसके घर से पास के जंगल में ले गए। वहां उसे रस्सी से बांध दिया गया और उससे जादूई पत्थर के बारे में पूछा, लेकिन उसने पत्थर के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। इस पर पांच आरोपी पत्थर को ढूंढने के लिए उसके घर गए। पत्थर पाने के लिए आरोपियों ने बाबूलाल के घर का एक कमरा भी खोद दिया। जब वह पत्थर नहीं मिला तो आरोपियों ने यादव की पत्नी को भी पीटा और गहने और नकदी लूट लिए। इसके बाद आरोपियों ने फिर जंगल में जाकर बाबूला यादव को पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। फिर उसका शव जंगल में दफना दिया था।