RAIPUR. समाज कल्याण विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। राजधानी रायपुर में 4 दिसंबर को अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर पुरस्कार वितरण व सम्मान समारोह का आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में बलरामपुर जिले से आया एक बुजुर्ग कार्यक्रम के बाद से ही लापता है। रायपुर के सिटी कोतवाली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है।

बता दें, 4 दिसंबर को अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के रूप में मनाया गया था। इसमें प्रदेश भर से चयनित होकर आए दिव्यांग हितग्राहियों को सरकार द्वारा अलग-अलग पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। सामाज एवम कल्याण विभाग की देखरेख में ग्राम पंचायतों से करीब 150 दिव्यांग हितग्राहियों कार्यक्रम में शामिल होने रायपुर आए थे। इसी कार्यक्रम में शामिल बलरामपुर जिले के चंदौरा ग्राम पंचायत के घुटरा पारा निवासी हिरवा कोडाकू कार्यक्रम खत्म होने के 10 दिन बाद भी अपने घर नही पहुंचे है। इस बात से उसके परिजन काफी परेशान है। परिजन कोडाकू की खोजबीन के लिए प्रशासन से मदद की गुहार भी लगा रहे है।

समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक चंद्रमा यादव ने बताया कि राजधानी में 4 दिसम्बर को आयोजित कार्यक्रम में शामिल हिरवा कोडाकू स्वल्पाहार के बाद अचानक गायब हो गया था। उसे प्रशासन की टीम द्वारा काफी खोजा गया लेकिन उसका कही पता नही चला, जिसके बाद रायपुर के सिटी कोतवाली थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई थी। उन्होंने आगे कहा कि विभाग रायपुर पुलिस के संपर्क में है। चंद्रमा यादव ने यह भी बताया कि लापता हितग्राही का मानसिक संतुलन सही नही था। इसी वजह से वो बिना बताए कही चला गया है। उसकी पतासाजी में प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है।

चयन पर उठा सवाल
इस मामले में समाज कल्याण विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सवाल यह भी उठता है कि जब हितग्राही का मानसिक संतुलन सही नही था तो कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उसका चयन कैसे हो गया था। विभाग द्वारा लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर अभी तक कोई कार्यवाही क्यो नही की गई है।






































