MUMBAI. कंगना रनौत ने हाल ही में घोषणा की कि वह एक नई बायोपिक करेंगी. इसमें वह बंगाल की एक लोकप्रिय थिएटर कलाकार नाटी बिनोदिनी का किरदार निभाएंगी। कंगना के इस ऐलान के बाद हर कोई नट्टी बिनोदिनी के बारे में और जानना चाहता है।
नट्टी बिनोदिनी का जन्म कोलकाता में एक वेश्यावृत्ति समाज में हुआ था। नट्टी ने 12 साल की उम्र में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और 23 साल की उम्र में अपना करियर छोड़ दिया। इस दौरान उन्होंने थियेटर पर राज किया। नट्टी का परिवार बहुत गरीब था और कहा जाता है कि वे वेश्यावृत्ति में भी शामिल थे।
इतना ही नहीं नट्टी ने अपनी बायोग्राफी में खुद को वेश्या भी बताया है। 5 साल की उम्र में नट्टी की शादी हो गई थी, लेकिन तब उसका अपने पति से कोई संबंध नहीं था।
नट्टी का अभिनय करियर
साल 1874 में 12 साल की उम्र में बिनोदिनी ने कलकत्ता नेशनल थियेटर में अपना पहला सीरियस ड्रामा रोल अदा किया। बिनोदिनी ने कई बार एक ही नाटक में कई अलग-अलग कैरेक्टर्स निभाए, जो किसी कलाकार के लिए आसान काम नहीं होता है। बिनोदिनी इकलौती ऐसी कलाकार थीं, जो पुरुषों तक के रोल खुद करती थीं।
नट्टी ने द्रौपदी की एक छोटी भूमिका के साथ ग्रेट नेशनल थिएटर में अपनी शुरुआत की। उन्होंने बंगाल थिएटर में भी काम किया। इसके बाद नट्टी ने मशहूर अभिनेता और नाटककार गिरी चंद्र घोष से अभिनय सीखा और फिर 1883 में दोनों ने मिलकर स्टार थियेटर की शुरुआत की।
एक अच्छी अभिनेत्री होने के बावजूद नट्टी को समाज द्वारा काफी नकारात्मकता का सामना करना पड़ा। नट्टी को लेखन का भी शौक था और उन्होंने अपनी आत्मकथा अमर कथा लिखी। इसके अलावा उन्होंने कई कविताएं और कहानियां भी लिखीं।
कहा जाता है कि नट्टी को अपनी जिंदगी में कई बार धोखा मिला और उसके बाद ही उन्होंने थिएटर से मुंह मोड़ लिया। इतना ही नहीं उनकी एक बेटी भी हुई थी। महज 12 साल की उम्र में ही उसका निधन हो गया। वहीं, 41 साल की उम्र में नाटी का निधन हो गया।