TIRANDAJ DESK. हस्तमैथुन(Masturbation) एक ऐसा विषय है, जिसपर 21वीं सदी में भी कोई खुलकर बात नहीं करता है। साथ ही कई लोगों का यह भी मानना है कि इसके वजह से उन्हें भविष्य में कई बिमारियों से ग्रसित होना पड़ेगा। कुछ लोगों में तो भ्रम इतना ज्यादा बढ़ चूका है कि उन्हें लगता है यह सिर्फ लड़के कर सकते हैं, और लड़कियों को इससे दूर रहना चाहिए। ऐसे में डॉक्टर्स की मानें तो इससे शरीर में कई ऐसे फायदे होते हैं। जो लोगों को कामयाब बनाने में मदद कर सकती है, और साथ ही स्वस्थ भी बनाए रख सकती है। इसमें कोई बाध्यता लिंग के आधार पर नहीं है, इसे लड़के और लड़कियां दोनों ही कर सकते हैं।
महिलाओं को ऐसे पहुंचाता है फायदा
ज्यादातर यह देखा जाता है कि पुरुषों को सेक्स के दौरान स्पर्म निकलते ही ऑर्गेजम की प्राप्ति हो जाती है। किन्तु यदि उस समय गलत सेक्स टेकनीक का इस्तेमाल किया जाए। या फिर अधूरी उत्तेजना महिलाओं में बच जाए। तो वह ऑर्गेजम तक नहीं पहुंच पाती हैं। समय से पहले स्पर्म का गिरना, और फोरप्ले में कमी के चलते उन्हें आनंद की प्राप्ति भी नहीं हो पाती है। ऐसे में हस्तमैथुन से उन्हें ख़ुशी मिलती है।

काम पर फोकस करने में पहुंचाता है फायदा
इस दुनिया में बहुत से लोग ऐसे हैं। जो एक समय पर किसी भी एक काम में फोकस नहीं कर पाते हैं। उनका मन हमेशा विचलित रहता है। इस वजह से वह ज़िंदगी में कभी खुश नहीं रह पाते, ऐसे में masturbation उस शख्स को किसी भी एक चीज में फोकस करने पर मदद करता है।
टेंशन होती है ख़त्म
जब आप किसी भी बात को लेकर चिंतित रहते हैं। उस वक़्त हस्तमैथुन से आपको सैटिस्फैक्शन की प्राप्ति होती है। और आप अपने मन को चिंतित करने वाले विषय से दूसरी चीजों पर सोचने को ले जाते हैं। इससे आपकी चिंता काफी हद तक ख़त्म हो जाती है।

Masturbation की सीमा
हस्तमैथुन की कोई सीमा नहीं है। बल्कि यह हस्तमैथुन करने वाले के बॉडी पर निर्भर करता है कि उसमें कितनी क्षमता है। बिल्कुल उसी तरह जैसे कि सेक्स की कोई सीमा नहीं है, वह व्यक्ति की क्षमता पर निर्भर करता है। लेकिन डॉक्टर्स की मानें तो औसत एक सप्ताह में किसी भी व्यक्ति का 3 बार हस्तमैथुन करना ठीक है।
मिलती है ख़ुशी
जब भी आप हस्तमैथुन करते हैं, उस वक़्त आपकी धड़कने बढ़ जाती हैं, और मांसपेशियां सख्त होने लगती हैं। साथ ही खून का बहाव भी बढ़ जाता है, इन सभी शारीरिक बदलाव के चलते, आपको बहुत अधिक ख़ुशी मिलती है। बिलकुल उसी तरह जैसे कि आपको सेक्स करने के बाद मिलती है।

हस्तमैथुन करना है सुरक्षित
हस्तमैथुन पूरी तरह से नेचुरल प्रोसेस है। इससे प्रजनन क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ता है। सेक्सुअल कमजोरी, ऑर्गेजम में कमी ऐसी बातें केवल अफवाह मात्र है। यह बिलकुल सुरक्षित शारीरिक प्रक्रिया है, बस इसे आप केवल अपने बॉडी के क्षमता अनुसार करें।
मिलती है मानसिक शांति
जब आप हस्तमैथुन के दौरान चरम पर होते हैं। तब आपके शरीर में एंडोर्फिन हॉर्मोन्स रिलीज़ होती है। इस होर्मोनेस के रिलीज़ होने के बाद आपकी बेचैनी खत्म हो जाती है, और आपको मानसिक शांति मिलती है।

हस्तमैथुन को लर्निंग-टूल की तरह कर सकते हैं इस्तेमाल
यदि कोई भी पुरष या महिला सेक्सुअल डिस्फंक्शन की शिकार है। तो वह हस्तमैथुन से कई चीजों को समझ सकते हैं। और अपने शरीर को जान सकते हैं। जैसे किसी पुरुष में सेक्स के दौरान समय से पहले स्पर्म गिरने की समस्या है। तो वह हस्तमैथुन को लर्निंग-टूल की तरह इस्तेमाल कर सकता है। और खुद पर कंट्रोल पाना सीख सकता है।
































