BALOD. बालोद जिले के गुरूर में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां मुसाफिरी दर्ज कराने आए साधु के भेष में कुछ लोगों से पुलिस ने पूछताछ की। साधु के रूप आए लोग पुलिस को संदिग्ध लगे। तो पुलिस ने उनकी तलाशी ली, कड़ी पूछताछ की तो दोनों मुस्लिम निकले।

गुरुर में पुलिस के समक्ष मुसाफिरी दर्जा कराने साधु के रूप में दो व्यक्ति पहुंचे। दोनों अपने को पंडित बता रहे थे। लेकिन पुलिस ने उनका ब्यौरा जानने जब आधार कार्य मांगा तो उसमें दोनों शख्स मुस्लिम निकले। पुलिस ने बताए नाम और आधार कार्ड में दर्ज नाम को अलग-अलग देख उनसे कड़ी पूछताछ की। लेकिन दोनों ही शख्स अपने को हिन्दू और साधु ही कह रहे थे। फिर पुलिस ने उनसे साधु होने के नाते महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने कहा मगर दोनों ही नहीं सुना पाए। फिर पुलिस ने उनसे गायत्री मंत्र सुनने कहा लेकिन इसी भी दोनों संदिग्ध नहीं सुना पाए। तब पुलिस ने उनसे और सख्ती से तलाशी ली दोनों मुस्लिम ही निकले।

इस मामले में जैसे ही हिन्दूवादी संगठनों को जानकारी मिली वैसे ही वे इस पर कड़ा विरोध जताने पहुंच गए। हिंदूवादी संगठनों ने कहा कि ऐसे भ्रामक लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही तमाम संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि ऐसे लोगों का चिन्हांकन करना अति आवश्यक है।

गुरुर थाना प्रभारी अरुण साहू ने बताया कि दोनों ही उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ के रहने वाले है। दोनों को पर धाना 151 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई है। फिलहाल दोनों ही हवालात में है। वहीं पुलिस द्वारा दोनों के गृह जिले प्रतापगढ़ की पुलिस के पास उनकी ब्यौरा भेंजा गया है। साथ ही उनके आपराधिक रिकॉर्ड के एंगल से भी पुलिस जांच कर रही है।




































