RAIPUR. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आज भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने अईरसा पकवान से तौला इस दौरान सभा में छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री के लिए नारे भी लगे। सीएम बघेल आज ग्रामीणों से मुलाकात के लिए गुण्डरदेही विधानसभा क्षेत्र के ग्राम जेवरतला पहुंचे हुए थे। छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री को जेवरतला में अईरसा पकवान से तौलकर ग्रामीणों ने उनका आत्मीय स्वागत किया।
सीएम भूपेश बघेल का गुण्डरदेही में रोड शो भी हुआ जहां, सोनकर समाज ने सब्जी भाजी से तौलकर सम्मान किया तो तहसील साहू समाज ने फल्ली तेल से सीएम को तौला वहीं पार्षदों और एल्डरमैन ने मोतीचूर के लड्डू से तौलकर सम्मान किया।
ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति व पारंपरिक व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों के इस भाव से अभीभूत होकर उन्हें इस प्रेम के लिए धन्यवाद भी जताया।
बता दें कि अईरसा पकवान गुड़ की मिठास और चांवल आटे के मेल से बना होता है। गुड़ और चावल के आटे के मेल से बना अईरसा पकवान छत्तीसगढ़ के पकवानों में विशेष स्थान रखता है। इसे तैयार करने की विधि भी बहुत खास है। पहले चावल को धोकर इसे रातभर सुखाया जाता है। सूखे चावल को पारंपरिक रूप से ढेकी में कूटा जाता है। फिर गुड़ की चाशनी में इस चावल आटे को मिलाकर और कढ़ाई में तेल से तल कर अईरसा पकवान तैयार किया जाता है। छत्तीसगढ़ के तीज त्योहारों में अईरसा पकवान विशेष रूप से खाया जाता है।
गौरतलब है कि बोरे बासी से लेकर अईरसा पकवान तक छत्तीसगढ़ी व्यंजन और संस्कृति को मुख्यमंत्री बढ़ावा दे रहे हैं यही कारण है कि उन्हे छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री के रूप में ख्याति मिल रही है। छत्तीसगढ़ी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के प्रति मुख्यमंत्री बघेल का विशेष जोर है। मुख्यमंत्री की पहल पर पहली बार बोरे बासी दिवस का पूरे प्रदेश में आयोजन किया गया था। छत्तीसगढ़ी परंपरा को बढ़ावा देने के इस प्रयास से बड़े पैमाने पर लोग जुड़े थे। इसी प्रकार स्थानीय तीज त्योहारों पर अवकाश सहित इन अवसरों पर छत्तीसगढ़ी संस्कृति को भव्यता प्रदान करने की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है।




































