भिलाई। हिंदू धर्म के अनुसार खरमास में किसी तरह के मांगलिक काम की अनुमति नहीं रहती। अप्रैल के 14 तारीख को खरमास समाप्त हुआ है, तब से लगातार मांगलिक कामों को निपटाने में लग गए हैं। 9 जुलाई तक 36 वैवाहिक मुहूर्त हैं। ऐसे में क्षेत्र में शहनाइयां बजनी शुरु हो गई हैं।
पंडित हर्षित कुमार पांडेय ने बताया कि 15 अप्रैल से मुहूर्त शुरू हो चुका है, जो चातुर्मास शुरू होने तक यानी 9 जुलाई तक विवाह के मांगलिक काम होंगे। 9 जुलाई तक सर्वश्रेष्ठ 26 मुहूर्त एवं सामान्य 12 को मिलाकर कुल 36 विवाह के मुहूर्त हैं। इसमें अप्रैल के महीने में 19, 20, 21, 22, 23, 27 और 28 तारीख शामिल है।
अगले महीने मई में 2, 3, 10, 11, 12, 16,18, 20, 25, 26, 31 तारीख, जून में 1, 5, 6, 8, 10, 11, 13, 14, 15, 16, 20, 21, 22 तारीख व जुलाई में 3, 4, 5, 8 व 9 तारीख को विवाह का शुभ मुहूर्त है। यानी कुल 38 वैवाहिक मुहूर्त हैं।
पंडित के अनुसार इसके बाद 11 जुलाई से चातुर्मास प्रारंभ हो जाएगा, जो 4 नवंबर तक चलेगा। चातुर्मास के समय 4 माह किसी भी तरह के वैवाहिक मांगलिक कार्यक्रम नहीं होंगे। अगला वैवाहिक कार्यक्रम चातुर्मास के बाद प्रारंभ होगा, लेकिन 4 नवंबर को चतुर्मास समाप्त होने के बाद भी शुक्र के अस्त होने के कारण आगे 22 दिनों तक वैवाहिक कार्यक्रम के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
जानकारी अनुसार 26 नवंबर से फिर से वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। बता दें कि पिछले 2 साल से कोरोना के कारण प्रतिबंधों की वजह से काफी कम शादियां हुईं। जो हुईं वो भी काफी पाबंदियों के बीच की गई। इस बार पाबंदियां हट गई हैं इसलिए लोग खुलकर तैयारी में हैं।
बता दें कि मांगलिक कामों में खासकर शादी के लिए काफी तैयारियां करनी होती हैं। वाहन, टेंट पंडाल, हलवाई, पंडित, सजावट से लेकर गीत-संगीत आदि की जरूरत होती है। इसके लिए अभी से लोग बुकिंग करने लगे हैं। कोरोना का समय लगभग खत्म सा है ऐसे में विवाह आयोजन में की बड़ी धूम रहने की उम्मीद है। इसका असर बाजारों में दिखाई देने लगा है।