नई दिल्ली। सूर्य पर एक मजबूत सौर तरंग का जन्म हुआ, जो अंतरिक्ष में आगे बढ़ती जा रही है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन स्पेस साइंसेज इंडिया (CESSI) के अनुसार, यह उपग्रह संचार और जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) को प्रभावित कर सकता है। आपको बता दें कि रविवार को सूर्य पर जबरदस्त सौर विस्फोट हुआ था। इस विस्फोट की तस्वीरें नासा की सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी ने ली थीं।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, कोलकाता में सीईएसई के एसोसिएट प्रोफेसर और कोऑर्डिनेटर दिब्येंदु नंदी ने कहा कि सौर चुंबकीय सक्रिय क्षेत्र एआर 12992 ने समन्वित वैश्विक समय में 3.57 बजे यह चमक पैदा हुई थी। इसे X2.2 क्लास सोलर फ्लेयर इरप्शन कहा गया है।
इस सौर तरंग को अत्यंत शक्तिशाली बताया गया है। इसीलिए इस लहर को X की श्रेणी में रखा गया है। CESSI ने ट्वीट किया कि यह भारत, दक्षिण पूर्व एशिया और एशिया प्रशांत में आयनोस्फीयर उभार पैदा कर रहा है। इलेक्ट्रिक पावर ग्रिड, शिपिंग सिग्नल इस प्रभाव से प्रभावित हो सकते हैं। यह अंतरिक्ष यान के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है। इससे अंतरिक्ष यात्रियों को भी खतरा हो सकता है। इतना ही नहीं, यह संचार में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
इसके अलावा उपग्रह विसंगति भी हो सकती है। इससे जीपीएस तो प्रभावित हो ही सकता है साथ ही हवाई संचार भी प्रभावित हो सकता है। अब CESSI के वैज्ञानिक इस सौर तरंग के प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं। वहीं, आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशनल साइंसेज (एआरआईईएस) के वैज्ञानिकों ने कहा कि इस समय 25वां सौर चक्र चल रहा है। नासा के एक वीडियो में विस्फोट से निकलती भीषण लपटें दिखाई दे रही हैं। कहा जा रहा है कि यह सन स्पॉट आगे भी काफी सक्रिय रहने की संभावना है।