राजनांदगांव। प्रदेश के कई क्षेत्रों में पारा 44 से उपर पहुंचने लगा है। दोपहर को लू चलने लगी है। भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती से परेशानी और बढ़ती जा रही है। इससे नाराज भारतीय जनता युवा मोर्चा ने आज विद्युत मंडल कार्यालय का घेराव कर दिया। जहां विभाग को चेतावनी दी कि व्यवस्था में 10 दिनों के अंदर सुधार नहीं हुआ तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
भाजयुमो के अनुसार बढ़ती तेज गर्मी के बीच कई शहरों में अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। सुबह से देर रात तक कभी भी बिजली बंद कर दी जाती है। इससे लोग परेशान हो जाते हैं। कूलर-पंखा बंद हो जाने से लोग हलाकान हो जाते हैं। इसी बात को लेकर राजनांदगांव में बीजेपी व भाजयुमो नेताओं ने धरना दिया। व्यवस्था नहीं सुधरने पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन सहित उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है।
भाजयुमो नेताओं का कहना है कि दिनभर लोग काम से थके आते हैं। रात को आराम के दौरान आधीरात शहर के कुछ क्षेत्रों में अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। इसी मामले को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मोनू बहादुर के नेतृत्व में युवा मोर्चा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने विद्युत मंडल कार्यालय का घेराव किया गया। जहां धरना प्रदर्शन कर भाजयुमो के नेताओं ने ‘भूपेश है तो अंधेरा है’ का बैनर साथ लेकर नारेबाजी करते प्रदर्शन किए।
इस दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा के राजनांदगांव जिला अध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने कहा कि शहर के तुलसीपुर, बसंतपुर क्षेत्र सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में आधीरात बिजली कटौती की जा रही है। विद्युत विभाग में टेलीफोन के माध्यम से शिकायतें सुनने वाला भी कोई नहीं है। भीषण गर्मी में लोग रहने को मजबूर हो रहे हैं।
भाजयुमो ने विभाग को चेतावनी दी है कि 7 से 10 दिन के भीतर अगर व्यवस्था नहीं सुधारी जाती है तो विद्युत मंडल कार्यालय के सामने मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जाएगा। आगामी दिनों में मुख्यमंत्री के दौरे के समय उनका घेराव भी किया जाएगा। बहरहाल भीषण गर्मी के दिनों में आधी रात अचानक लाइट बंद होना पटरी पार के क्षेत्रों सहित शहर के दूरस्थ वार्डों के लिए आएदिन की समस्या है।
राजनांदगांव शहर के कुछ हिस्सों में हो रही लो वोल्टेज की समस्या और बिजली कटौती के मामले पर विभाग का कहना है मेंटनेंस के लिए कुछ देर बंद करते हैं। इधर मामले पर विद्युत मंडल के चीफ इंजीनियर टीके मेश्राम का कहना है कि बिजली कटौती जैसी कोई शिकायत नहीं आई है। मेंटेनेंस के नाम पर विद्युत आपूर्ति बंद करने की सूचना पहले ही उपभोक्ता को दे दी जाती है।
भाजयुमो का कहना है बिजली बंद होने पर शिकायत करने फोन लगाए जाने पर विद्युत मंडल का नंबर हमेशा व्यस्त ही आता है, वहीं फोन लग भी जाए तो शिकायत पर तत्काल कार्रवाई नहीं होती है। ऐसे में अघोषित बिजली कटौती को लेकर आम लोगों में नाराजगी है।