रायपुर। बीते 24 दिनों से हड़ताल पर बैठे बिजली कंपनी के संविदा कर्मचारियों से मिलने पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह धरना स्थल पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि तीन सप्ताह से भी ज्यादा समय से संविदा कर्मी हड़ताल कर रहे हैं और इनकी जायज मांग को सरकार नहीं मान रही है। पूर्व सीएम ने सरकार पर आरोप लगाया है कि जानबूझकर इनकी नियुक्ति को रोका जा रहा है।
बता दें छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले संविदा कर्मी 24 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं। नियमित नियुक्ति की मांग को लेकर इन कर्मचारियों द्वारा हड़तार की जा रही है। संविदा कर्मियो की मांग है कि दो साल की सेवा पूरी कर चुके सभी कर्मचारियों को नियमित नियुक्ति दी जाए।
कर्मचारियों ने का कहना है कि बताया छत्तीसगढ़ स्टेट पावर कम्पनी में लाइन परिचारक संविदा कर्मियों को दो साल के संविदाअवधि पूर्ण करने पर नियमित करने का परम्परा रही है। अब संविदा कर्मियों का नियमितिकरण नहीं हो रहा है। इससे हजारों कर्मियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। संविदा कर्मचारियों कहना है कि तीन वर्ष की सेवा पूरी करने वाले कर्मियों को भी नियुक्ति नहीं दी गई है।
पूर्व सीम ने कहा हमने दी थी नियमित नियुक्ति
पूर्व सीएम डॉ रमन ने कहा कि 24 दिनों से 3 हजार कर्मी धरने पर बैठे हैं और सरकार इनकी जायज मांग को पूरा नहीं कर रही है। पूर्व सीएम ने कहा कि हमने बिजली कंपनी के संविधा कर्मियों को दो वर्ष की सेवा अवधि पूरा करने के बाद नियमित नियुक्ति दी थी। उन्होंने कहा कि साल 2004-05, 2007-08 और लगातार इस तरह से कर्मचारियों की नियुक्ति दी है।
पूर्व सीएम ने कहा कि बिजली कंपनी में 3 हजार पद खाली भी है। इन पदों पर इन संविदा कर्मियों की नियुक्त किया जा सकता है। लेकिन सरकार जानबूझकर नियुक्ति नहीं दे रही है। डॉ रमन सिंह ने कहा कि संविदा कर्मियों की दो मांगे हैं। एक तो इन्हें नियमित किया जाए और जो 25 कर्मचारियों की काम के दौरान मौत हुई उनके आश्रितों को नौकरी दी जाए।