नई दिल्ली। कोरोना काल के बाद देश में बुलेट ट्रेन के संचालन की दिशा में काम तेजी से शुरू हो गया है। अहमदाबाद और मुंबई के बीच एक बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत गुजरात के भरूच में खंभों को बनाने का काम दिखने लगा है। काम पूरा होने के बाद बुलेट ट्रेन हवाई जहाज की रफ्तार यानी 350 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। इसका पहला परीक्षण 2026 में गुजरात के बिलिमोरा और सूरत के बीच होगा।
देश में बुलेट ट्रेन का पहला ट्रायल 2026 में गुजरात के बिलिमोरा और सूरत के बीच होगा। हालांकि, ट्रेनों की परिचालन गति 320 किमी प्रति घंटे होगी। अधिकारियों के मुताबिक ये ट्रेनें ‘स्लैब ट्रैक सिस्टम’ नाम के खास ट्रैक पर चलेंगी।
बता दें कि गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के निर्माण को गति तेज कर दी गई है। वर्तमान में गुजरात के 352 किलोमीटर लंबे साबरमती-वापी खंड में हर महीने औसतन 200-250 खंभों का निर्माण किया जा रहा है। विभिन्न नदियों पर प्रस्तावित 20 पुलों का कार्य भी जोरों पर चल रहा है। मंत्रालय परियोजना के दैनिक अपडेट ले रहा है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के प्रधान कार्यकारी निदेशक प्रमोद शर्मा ने कहा कि गुजरात में कुल आठ में से सूरत, वडोदरा और अहमदाबाद हाई स्पीड स्टेशनों के निर्माण कार्य को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि बिलिमोरा, वापी, आणंद सहित शेष स्टेशन 2026 तक तैयार हो जाएंगे।
नर्मदा नदी पर बन रहा पुल
हाई स्पीड कॉरिडोर पर नर्मदा नदी पर 1.26 किमी लंबा पुल बनाया जा रहा है, जो इस रूट का सबसे लंबा ब्रिज होगा। इसका निर्माण भी जुलाई 2024 में पूरा कर लिया जाएगा। राज्य की साबरमती, धाधर, माही, दमनगंगा, ताप्ती नदियों पर कुल 20 पुल बन रहे हैं। अहमदाबाद, वडोदरा और साबरमती रेलवे स्टेशनों पर बुलेट ट्रेन स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इससे यूपी, उत्तराखंड, बिहार, दिल्ली से चलने वाली ट्रेनों के यात्री इन तीनों स्टेशनों पर पहुंचकर बुलेट ट्रेन से आगे का सफर कर सकेंगे।