तीरंदाज, डेस्क। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देश में चल रहे 16 यूट्यूब चैनल बैन कर दिए। भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित दुष्प्रचार फैलाने के लिए इन यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक कर दिया गया है। खास बात यह है कि इनमें से 10 भारतीय चैनल हैं। वहीं 6 पाकिस्तान से चल रहे यूट्यूब न्यूज चैनल हैं।
इस सबंध में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा बयान जारी कर कहा गया है कि इन यूट्यूब चैनलों के जरिए भारत में दहशत, सांप्रदायिक विद्वेष भड़काने और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए झूठी, असत्यापित जानकारी फैलाई जा रही है। यही नहीं इन सभी यू ट्यूब चैनल पर सबस्क्राइबर की संख्या करोड़ों में है। मंत्रालय के अनुसार 68 करोड़ से अधिक लोग इस चैनल्स को वॉच करते थे।
फैलाई जा रही थी झूठी व भ्रामक जानकारियां
मंत्रालय ने कहा कि बैन किए गए इन चैनलों द्वारा ऐसी खबरे प्रसारित की जा रही थी जिससे से समाज के कई वर्गों में भय का माहौल बन सकता था। इनमें कोविड-19 के कारण देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की झूठी खकर फैलाया जा रहा था जिससे प्रवासी कामगारों के लिए भय की स्थिति बन गई। इनके अलावा विभिन्न धार्मिक समुदायों को टारगेट किया जा रहा था।
पाकिस्तान के चैनलों को लेकर यह कहा
मंत्रालय द्वारा जारी बयान में पाकिस्तान के यू ट्यूब चैनलों के बारे में कहा गया है कि यह चैनल भारत के बारे में सेना, जम्मू कश्मीर और युद्धग्रस्त यूक्रेन के हालात के मद्देनजर विदेश संबंधों जैसे अनेक विषयों पर फर्जी खबरें पोस्ट कर रहे थे। इसके कारण देश की सुरक्षा पर खतरा पैदा हो सकता था इसलिए ऐसे चैनलों को बैन किया जाना बेहद जरूरी हो गया था।
इन चैनलों को किया गया बैन
मंत्रालय ने कहा इन चैनलों सब्जेक्ट्स पूरी तरह झूठी और संवेदनशील पाई गई है। प्रतिबंधित यूट्यूब चैनलों में एमआरएफ टीवी लाइव, सैनी एजुकेशन रिसर्च, तहफ्फुज-ए-दीन इंडिया और एसबीबी न्यूज शामिल हैं। पाकिस्तान से संचालित यूट्यूब चैनलों में एजे तक पाकिस्तान, डिस्कवर प्वाइंट, रियलिटी चेक्स और द वॉइस ऑफ एशिया जैसे चैनल्स शामिल हैं।