मुंबई। मुंबई और महाराष्ट्र के कुछ शहरों में मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर की अवाज को लेकर विवाद चल रहा है। ऐसे में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने तीन मई तक मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दे रखा है। इस बीच खबर है कि मुंबई की 72 फीसदी मस्जिदों में अजान के दौरान लाउडस्पीकरों की आवाज कम कर दी गई है।
यह जानकारी मुंबई पुलिस के एक आंतरिक सर्वे में सामने आई है। इसके अलावा कई मस्जिदों ने सुबह की अजान के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल बंद कर दिया है। महाराष्ट्र पुलिस का यह सर्वे ऐसे समय में आया है जब अखिल भारतीय सुन्ना जमीयतुल उलेमा संगठन की मुंबई शाखा ने लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के लिए मुंबई पुलिस से अनुमति मांगी है। संगठन ने कहा कि कुछ लोग नमाज के दौरान लाउडस्पीकर का इस्तेमाल बंद करना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने मुंबई पुलिस से अनुमति मांगी है।
संगठन ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे को पत्र लिखकर इस मामले में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है। अखिल भारतीय सुन्नी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जमीयत उल उलेमा मोइनुद्दीन अशरफ ने कहा कि मुंबई की मस्जिदें लाउडस्पीकर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पहले से ही पालन कर रही हैं। अशरफ ने मुंबई पुलिस आयुक्त से सभी पुलिस थानों को मस्जिद में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति देने के निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने दो अप्रैल को धमकी दी थी कि अगर महाराष्ट्र सरकार तीन मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने में विफल रहती है, तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता नमाज के दौरान मस्जिद के सामने बड़े स्पीकर पर हनुमान चालीसा का जाप करेंगे और भजन गाएंगे।
बताते चलें कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वास्ले पाटिल ने लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को लेकर कहा था कि पुलिस महानिदेशक और मुंबई पुलिस आयुक्त मिलकर सार्वजनिक स्थानों पर लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को लेकर दिशा-निर्देश बना रहे हैं, जो जल्द ही जारी किया जाएगा।