तीरंदाज, भिलाई। ऑनलाइन सट्टा के लिए हाल ही में चर्चित हुए महादेव बुक के पैसों का लेनदेन किराये के खातों से किया जा रहा है। यश बैंक सुपेला में ही एक दलाल ने बैंक के मैनेजर व कर्मचारियों के साथ मिलकर 20 ऐसे खाते खुलवाए थे। जिसमें महादेव बुक के माध्यम से खिलाए जाने वाले ऑनलाइन सट्टा के लाखों रुपये का लेनदेन किया जा रहा था।
सुपेला पुलिस ने खाता खुलवाने वाले एक दलाल को गिरफ्तार किया है। उसने बैंक मैनेजर व अधिकारियों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से खाता खुलवाकर महादेव बुक के सटोरियों को किराये पर देने की बात पुलिस को बताई है। पुलिस ने उसके बयान के आधार पर आगे की जांच शुुरू की है।
सुपेला पुलिस ने मनीष मिश्रा नाम के दलाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी मनीष मिश्रा ने बैंक मैनेजर व कर्मचारियों के साथ मिलकर अलग-अलग लोगों के नाम पर बचत और चालू खाते खुलवाए थे। उनके खातों से करोड़ों रुपये का लेनदेन भी चल रहा था। मजेदार बात ये है कि जिन लोगों के नाम पर खाते खोले गए हैं। उन्हें इस बात का पता भी नहीं है कि उनके खाते से करोड़ों रुपये का लेनदेन किया जा रहा है।
शांति नगर निवासी हरिकांत द्विवेदी को ई मेल के माध्यम से पता चला कि उसके नाम से खोले गए खाते में अब तक 3 लाख 85 हजार रुपये का लेनदेन हुआ है तो वो यश बैंक सुपेला पहुंचा। खाता संचालित करने वाले की जानकारी पूछने और खाता को बंद करने की बात पर बैंक मैनेजर सहित अन्य कर्मचारियों ने उससे मारपीट की थी। इसके बाद वो सुपेला थाना पहुंचा था और मामले का भांडाफोड़ हो सका था।
गिरफ्तार किए गए आरोपी मनीष मिश्रा ने पुलिस को जानकारी दी कि साहिल महिलांगे के माध्यम से उसे लोग मिलते थे। हर खातों में नया मोबाइल नंबर डालने के लिए फर्जी नंबर हनी गुप्ता नाम का व्यक्ति उपलब्ध करवाता था। खाता खुलने के बाद ओटीपी और सारे मैसेज उन्हीं नंबरों पर आते थे।
हर खाते और मोबाइल नंंबर के एवज में मनीष मिश्रा अपने सहयोगी साहिल महिलांगे और हनी गुप्ता को 10-10 हजार रुपये देता था। आरोपी मनीष मिश्रा के बयान के आधार पर पुलिस आगे बढ़ रही है और जल्द ही अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी करने वाली है। उसने यह भी स्वीकार किया है कि इन खातों में महादेव बुक के माध्यम से खिलाए जाने वाले ऑनलाइन सट्टा के रुपये का लेनदेन होता था।
अभी इस मामले में एक आरोपी मनीष मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। उसके सहयोगी साहिल महिलांगे और हनी गुप्ता अभी फरार हैं। इनके अलावा बैंक के अधिकारी व कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। उन्हें भी आरोपी बनाकर गिरफ्तारी की जाएगी।
– संजय ध्रुव, एएसपी शहर