कोंडागांव। अवैध कमाई के लिए अपराधी नए-नए तरीके अपनाते रहते हैं। इस बार अदरक का सहारा लिया गया, पर अवैध कारोबारियों पर छत्तीसगढ़ पुलिस की पैनी नजर से फिर बड़ी सफलता मिली है। जिले में तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। कांकेर पुलिस ने 2 करोड़ की चंदन की लकड़ी के साथ तस्करों को धर-दबोचा है।
वारदात को अंजाम को देने के लिए तस्करों ने तस्करी करने के लिए अदरक का सहारा भी लिया, लेकिन तस्करों के मंसूबों पर पुलिस ने पानी फेर दिया है।
कोंडागांव पुलिस के अनुसार नेशनल हाईवे में तस्करी रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में कोड़ागांव की पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने 958 किलो चंदन की लकड़ी की तस्करी करते हुए तस्करों को धर- दबोचा है।
हालांकि तस्करों ने लकड़ी की तस्करी करने के लिए गजब का जुगाड़ लगाया था। आरोपियों ने लकड़ियोंं की तस्करी करने के लिए अदरक का सहारा लिया था। लकड़ियों को अदरक के बोरे के नीचे रखकर चंदन की खुशबू दबाने की कोशिश की, लेकिन मुस्तैद पुलिस ने आरोपियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया।
कोड़ागांव पुलिस ने तस्करी करने वाले आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के 4 तस्करों को चंदन की लकड़ी के साथ गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार तस्कर चंदन की लकड़ी आंध्र प्रदेश के जंगल से तस्करी कर नागपुर ले जा रहे थे। जब्त लकड़ी की कीमत 2 करोड़ रुपए आंकी जा रही है।
बिलासपुर जिले में मिली थी 100 किलो सफेद चंदल लकड़ी
इसी तरह बिलासपुर जिले में भी पिछले माह फिल्म पुष्पा की तर्ज पर सफेद चंदन की तस्करी का मामला पकड़ा गया था। तस्कर रतनपुर के बस स्टैंड में उत्तर प्रदेश जाने के लिए बस का इंतजार कर रहा था। पुलिस को देखते ही तस्कर सफेद चंदन की लकड़ी को छोड़कर भाग खड़े हुए थे। पुलिस ने दो-दो फीट की 100 किलो चंदन लकड़ी बरामद की थी। जब्त लकड़ी की कीमत 5 लाख रुपए आंकी गई थी। फिल्म पुष्पा की तर्ज पर हुई इस कार्रवाई में पुलिस के हाथ तस्कर तो नहीं लगे, लेकिन छत्तीसगढ़ में चंदन की लकड़ियों की तस्करी का मामला जरूर उजागर हुआ।
(TNS)