सूरजपुर। प्रदेश कांग्रेस ने हाल में पार्टी के कई संगठनों में नए सिरे से पदाधिकारियों की नियुक्ति की है। एनएसयूआई के इन नियुक्तियों पर पार्टी के कुछ पदाधिकारियों ने आपत्ति दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोग ऐसी जिम्मेदारी संभालने के काबिल नहीं हैं।
बता दें कि एनएसयूआई द्वारा प्रदेश स्तर पर कार्यकर्ताओं की नियुक्तियां की गई हैं। इन नियुक्तियों को कांग्रेस के जिला पदाधिकारियों ने सही नहीं माना है। सूरजपुर जिले के नवनियुक्त एनएसयूआई जिलाध्यक्ष को लेकर यह बात सामने आ रही है। मामले में बवाल खड़ा हो गया है।
मामले में सूरजपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने एनएसयूआई जिलाध्यक्ष की नियुक्ति पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष (PCC President) को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि नवनियुक्त जिलाध्यक्ष कांग्रेस पार्टी का सदस्य नहीं है। वहीं वह आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। इससे संगठन के निष्ठावान कार्यकर्ता खुद को ठगा हुआ और अपमानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने नियुक्ति को निरस्त करते हुए डीसीसी द्वारा अनुमोदित कार्यकर्ता की जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ति की बात कही है।
पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार सूरजपुर एनएसयूआई के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी को लेकर विरोध शुरु हो गया है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष भगवती राजवाड़े ने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि जिले के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की सलाह के अनुसार जिला सूरजपुर में एनएसयूआई जिला अध्यक्ष की नियुक्ति किये जाने के लिए नाम प्रस्तावित एवं अनुमोदित किया गया था।
पत्र में कहा गया है लेकिन एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जारी सूची में सूरजपुर जिले से चन्द्र कांत चौधरी को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इससे यह प्रतीत होता है कि पार्टी संगठन में स्थानीय निष्ठावान, वरिष्ठ एवं सर्मपित जनप्रतिनिधियों तथा कार्यकर्ताओं की सलाह का कोई औचित्य नहीं है।
उन्होंने बताया है कि चन्द्रकांत चौधरी कांग्रेस पार्टी का न तो सदस्य है और न ही कभी पार्टी संगठन की गतिविधियों में सक्रिय रहा है। वह आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति रहा है। उसकी नियुक्ति से कांग्रेस के निष्ठावान सक्रिय कार्यकर्ताओं में काफी निराशा है। वे स्वयं को उपेक्षित एवं अपमानित महसूस कर रहे हैं।
ऐसी नियुक्ति से पार्टी की छवि धूमिल होगी
आगे पत्र में सूरजपुर जिलाध्यक्ष राजवाड़े ने कहा है कि इस प्रकार की नियुक्ति से कांग्रेस पार्टी की छवि खराब होगी। वहीं निष्ठावान कांग्रेसी कार्यकर्ता स्वयं को उपेक्षित पाकर पार्टी से दूर हो जाएंगे। ऐसे में पार्टी कमजोर होगी। उन्होंने नियुक्ति को निरस्त कराते हुए जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रस्तावित एवं अनुमोदित व्यक्ति की नियुक्ति की जाने की मांग की है।
(TNS)