जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने फिर कायराना हरकत की है। सुरक्षा बलों पर फिर खिझ निकाली है। इस बार नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने आईईडी से दो सीरियल ब्लास्ट किए हैं। ब्लास्ट की चपेट में आने से डीआरजी के 2 जवान घायल हो गए हैं। उन्हें पहले से पता चल गया था कि जवान सर्चिंग पर निकलने वाले हैं।
बताया जा रहा है कि कहीं से जवानों के आने की सूचना माओवादियों को मिल गई थी। उन्होंने तत्काल प्लान बनाया और उनके आते तक विस्फोटक प्लांट कर दिए। सर्चिंग में निकले जवानों के घटना की चपेट में आने के बाद घायलों को नारायणपुर जिला अस्पताल लाया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों घायल जवानों की स्थित अभी सामान्य है। फिर भी बेहतर उपचार के लिए रायपुर रेफर किया जाएगा। एसपी सदानंद कुमार ने घटना की पुष्टि की है। मामला जिले कुरुस्नार थाना क्षेत्र का है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के साम्राज्यवाद विरोधी सप्ताह के अंतिम दिन 29 मार्च को डीआरजी और आईटीबीपी के जवान कोडोली और झारवाही की तरफ सर्चिंग पर निकले थे। बताया जा रहा है कि कहीं से जवानों के आने की सूचना माओवादियों को मिल गई थी। उन्होंने तत्काल प्लान बनाया, इसके बाद माओवादियों ने 2 सीरियल आईईडी प्लांट कर दिए। सुबह करीब 9 बजे सर्चिंग के दौरान एक डीआरजी के जवान का पैर आईईडी पर पड़ा और जोर का धमाका हुआ। इसी बीच चंद सेकंड में ही दूसरी आईईडी भी ब्लास्ट हो गई।
दोनों आईईडी की चपेट में आने से 2 जवान सनाऊ वड्डे और रामजी पोटाई घायल हो गए, जिन्हें साथी जवानों ने मौके से निकाला और फौरन जिला अस्पताल लेकर आए, जहां दोनों का इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि इलाके में कुछ जवान अब भी मौजूद हैं, जो इलाके की सर्चिंग कर रहे हैं। फिलहाल दोनों घायल जवानों की स्थिति खतरे से बाहर है।
बता दें कि घूर नक्सली क्षेत्र के जंगलों में अब पुलिस, डीआरजी और आईटीबीपी के जवानों का दबाव बढ़ता जा रहा है। माओवादियों का वर्चस्व लगभग खतम होने लगा है। ऐसे में उनके संगठन में खीझ पैदा हो रही है। माओवादी सदस्य बीच-बीच में ऐसी घटनाएं कर लोगों में दहशत पैदा करते रहते हैं।
(TNS)